..तो क्या दुकानों को ही मान लिया उद्योग

विधानसभा पैकेज -भाजपा के उमेश अग्रवाल ने उठाया उद्योगों व रोजगार का मुद्दा सरकार का दाव

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Feb 2019 06:21 PM (IST) Updated:Thu, 21 Feb 2019 06:21 PM (IST)
..तो क्या दुकानों को ही मान लिया उद्योग
..तो क्या दुकानों को ही मान लिया उद्योग

::विधानसभा पैकेज::

-भाजपा के उमेश अग्रवाल ने उठाया उद्योगों व रोजगार का मुद्दा, सरकार का दावा, चार साल में आए 182 बड़े व 58 हजार छोटे व मध्यम उद्योग राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़ : कई मौकों पर अपनी ही सरकार को घेरते रहे गुरुग्राम से भाजपा विधायक उमेश अग्रवाल ने बजट सत्र के दूसरे दिन फिर सत्ता पक्ष को असहज कर दिया। विधायक ने प्रश्नकाल में औद्योगिक नीति पर सवाल उठाते हुए पूछा कि चार वषरें में प्रदेश में कितने नए उद्योग स्थापित हुए और इनमें कितने युवाओं को रोजगार मिला।

मंत्री विपुल गोयल के जवाब से असंतुष्ट विधायक ने पूरक सवाल में मजाकिया अंदाज में कहा कि औसतन एक उद्योग में छह से सात लोगों को रोजगार मिला है तो क्या सरकार ने अब दुकानों को भी उद्योग मान लिया है। अग्रवाल ने गुरुग्राम में आयोजित हैपनिंग हरियाणा के जरिये हुए पूंजी निवेश पर भी सरकार से जवाब मागा। उद्योग मंत्री विपुल गोयल ने बताया कि साढ़े चाल साल में प्रदेश में कुल 58 हजार 345 उद्योग स्थापित हुए हैं जिनमें 182 बड़े और 58 हजार 163 छोटे व मध्यम उद्योग शामिल हैं। बड़े उद्योगों में करीब 48 हजार व छोटे उद्योगों में करीब तीन लाख 47 हजार 124 युवाओं को रोजगार मिला है।

विधायक ने हैपनिंग हरियाणा के माध्यम से हुए निवेश के आकड़े भी अपने स्तर पर पेश किए लेकिन मंत्री विपुल गोयल ने उन्हें झुठलाते हुए दावा किया कि हैपनिंग हरियाणा में कुल 359 एमओयू हुए थे। इसके तहत तीन लाख 97 हजार करोड़ रुपये का निवेश होना था। वर्तमान में दो लाख 92 हजार करोड़ के निवेश पर काम जारी है और 6639 करोड़ का निवेश हो चुका है। मंत्री की रिपोर्ट पर उमेश अग्रवाल तो संतुष्ट नहीं हुए अलबत्ता उन्हें काग्रेस व इनेलो के कई विधायकों का साथ मिला जिसमें उन्होंने सरकार को औद्योगिक नीति के मुद्दे पर घेरा। गुरुग्राम में हुड्डा कार्यकाल में आए तीन हजार उद्योग

सदन में रखे जवाब के मुताबिक वर्ष 2004 से 2014 तक अकेले गुरुग्राम में 3462 उद्योग स्थापित किए गए जिनमें एक लाख 51 हजार 403 लोगों को रोजगार मिला। सदन में उमेश अग्रवाल ने पिछले चार साल के दौरान गुरुग्राम में स्थापित हुए उद्योगों का मुद्दा भी उठाया लेकिन सरकार की तरफ से इसका कोई जवाब नहीं दिया गया।

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