तूल पकड़ेगा खेड़कीदौला टोल प्लाजा मामला

खेड़कीदौला टोल प्लाजा के नजदीक वैकल्पिक सड़क को टोल प्रबंधन द्वारा उखाड़ने के विरोध में प्रदर्शन करने वाले नागरिकों पर मुकदमा दर्ज होने के बाद मामला तूल पकड़ता हुआ नजर आ रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 03 Oct 2019 07:55 PM (IST) Updated:Thu, 03 Oct 2019 07:55 PM (IST)
तूल पकड़ेगा खेड़कीदौला टोल प्लाजा मामला
तूल पकड़ेगा खेड़कीदौला टोल प्लाजा मामला

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: खेड़कीदौला टोल प्लाजा के नजदीक वैकल्पिक सड़क को टोल प्रबंधन द्वारा उखाड़ने के विरोध में प्रदर्शन करने वाले नागरिकों पर मुकदमा दर्ज होने के बाद मामला तूल पकड़ता हुआ नजर आ रहा है। टोल के विरोध में सोसायटियों के साथ-साथ आसपास की पंचायतें भी एकजुट होने लगी हैं। पंचायतों के सरपंचों का कहना है कि टोल प्लाजा को हटवाने को लेकर जल्द बैठक कर रणनीति तैयार की जाएगी। खेड़कीदौला टोल की वजह से टोल के आसपास की सोसायटियों के एक लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं। इसी तरह गांवों के बाशिदों को भी रोजाना टोल पर लगने वाले लंबे ट्रैफिक जाम से परेशानी हो रही है। पहले भी काफी पंचायतें इस टोल को हटवाने के लिए आंदोलन कर चुकी हैं। बता दें कि बुधवार को आसपास की सोसायटी के काफी लोगों ने टोल पर प्रदर्शन किया था, जिसके बाद खेड़कीदौला थाना पुलिस ने सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था। वाटिका इंडिया नेक्सट, मैपस्को कासाबेला, अंतरिक्ष हाइट, सेवन लैंप, मैपस्को पैराडाईज के साथ-साथ आसपास के सेक्टरों और सोसायटी के लोगों ने मिलकर चंदे के पैसे से टोल के नजदीक एक वैकल्पिक सड़क बनाई थी। टोल प्रबंधन द्वारा मंगलवार को इस सड़क को उखाड़ने के बाद से टोल को हटाने का मामला गरमाया हुआ है। 15 से 20 अन्य लोगों पर भी हो सकता है मुकदमा दर्ज

पुलिस ने प्रदर्शन के दौरान मौके पर गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन नंबर से कुछ अन्य लोगों की भी पहचान कि है,जिससे अब 15 से 20 अन्य लोगों पर भी मुकदमा दर्ज हो सकता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि टोल प्रबंधन के साथ-साथ पुलिस का रवैया भी ठीक नहीं है। टोल को हटाने की मांग पिछले काफी दिनों से हो रही है, लेकिन लागत से कई करोड़ ज्यादा वसूलने के बाद टोल को नहीं हटाया जा रहा है। शहर के बाशिदे होने के बावजूद टोल चुकाना पड़ रहा है। 1200 करोड़ लागत, वसूले 1744 करोड़

आरटीआई एक्टिविस्ट हरींद्र ढींगरा की आरटीआई से मिली जानकारी के मुताबिक टोल की लागत 1200 करोड़ है, जबकि टोल कंपनी 1744 करोड़ से ज्यादा की वसूली कर चुकी है। लागत से कहीं ज्यादा वसूली होने के बावजूद टोल को नहीं हटाया जा रहा है।

सरपंच बोले, टोल को हटाने के लिए उठाएंगे आवाज

खेड़कीदौला टोल प्लाजा से गांव वालों को भी काफी परेशानी हो रही है। टोल पर लंबा ट्रैफिक जाम लगता है। टोल को हटवाने के लिए शहर के लोगों का समर्थन किया जाएगा।

लक्ष्मण यादव, सरपंच नखड़ौला

टोल को हटाने की मांग जायज है और आसपास की पंचायतें इस मांग को लेकर जल्द बैठक करेगी। टोल से शहर के लोग तो परेशान हैं, इसके साथ ही गांवों के लोग भी रोजाना जाम में फंसते हैं।

हरजस यादव, सरपंच रामपुरा

गांवों के आसपास काफी सोसायटी बन चुकी है। रिहायशी इलाके विकसित हो चुके हैं और लोग गुरुग्राम शहर में ही नौकरी व बिजनेस करते हैं। शहर का मुख्य रास्ता खेड़कीदौला टोल से होकर ही गुजरता है। जाम की परेशानी को दूर करने के लिए टोल को हटाना जरूरी है।

प्रदीप यादव, सरपंच नौरंगपुर

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