.. तो 42 फीसद घरों हो रही थी बिजली चोरी!

बिजली निगम के दो दिन के छापेमारी अभियान में जो आंकड़े आए हैं उन आंकड़ों में ही 42 फीसद उपभोक्ता बिजली चोरी कर रहे हैं। सवाल पैदा होता है कि जब इतने बड़े स्तर पर चोरी हो रही है तो लाइनलास इतना कम कैसे दिखाया जा रहा है?

By JagranEdited By: Publish:Tue, 02 Mar 2021 07:17 PM (IST) Updated:Tue, 02 Mar 2021 07:17 PM (IST)
.. तो 42 फीसद घरों हो रही थी बिजली चोरी!
.. तो 42 फीसद घरों हो रही थी बिजली चोरी!

महावीर यादव, बादशाहपुर (गुरुग्राम)

बिजली निगम के अधिकारी जिले में लाइनलास को घटाकर 6-7 फीसद लाने का दावा कर रहे हैं, पर हकीकत कुछ अलग ही है। बिजली निगम के दो दिन के छापेमारी अभियान में जो आंकड़े आए हैं, उन आंकड़ों में ही 42 फीसद उपभोक्ता बिजली चोरी कर रहे हैं। सवाल पैदा होता है कि जब इतने बड़े स्तर पर चोरी हो रही है तो लाइनलास इतना कम कैसे दिखाया जा रहा है?

बिजली निगम के अधिकारियों के सामने बड़े पैमाने पर बिजली चोरी रोकना एक बड़ी चुनौती बन रहा है। सर्कल-वन में 267 स्थानों पर छापे में 119 लोग बिजली चोरी करते पकड़े गए, जबकि सर्किल-टू में 669 स्थानों पर छापे में 282 स्थानों पर चोरी पकड़ी गई। दो सर्कल को मिलाकर इन आंकड़ों को फीसद में बदल कर देखें तो पता चलता है कि करीब 42 फीसद घरों में बिजली चोरी हो रही थी। बिजली चोरी पर अंकुश लगाने के लिए बिजली निगम ने दो दिन तक विशेष छापेमारी अभियान चलाया। इस अभियान में जिले भर में 2 दिन में 4 करोड़ रुपये की बिजली चोरी पकड़ी गई। सर्कल-वन में 1.54 करोड़ रुपये की चोरी पकड़ी गई, जबकि सर्कल-टू में 2.46 करोड़ रुपये की चोरी पकड़ी गई। दो दिन के इस अभियान में रुटीन से चेकिग नहीं की गई। जहां से बिजली चोरी की कुछ रिपोर्ट पहले से मिल रही थीं या निगम के अधिकारियों को जहां बिजली चोरी होने का अंदेशा था, उन उन स्थानों की पहले से ही एक सूची तैयार कर छापेमारी की गई थी। इसलिए छापे में पकड़ी गई चोरी के आंकड़े बढ़े हुए दिख रहे हैं। बिजली चोरी अब काफी हद तक काबू में है। छापेमारी अभियान जारी रखकर बिजली चोरी करने वालों पर पूरी तरह शिकंजा कसा जाएगा।

केसी अग्रवाल, मुख्य अभियंता, दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम, दिल्ली जोन

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