पार्क में सुरक्षा सुनिश्चित होने पर लोगों ने निगम को कहा शुक्रिया

सेक्टर 23 ए स्थित लगभग 14 एकड़ के पार्क जन्मदिवस वाटिका में लोगों ने खुशियां मनाई। यह खुशियां हाई मास्ट स्ट्रीट लाइट लगने की थी। इस इलाके का यह एक बड़ा पार्क है, जिसमें काफी संख्या में लोग टहलने आते रहे हैं मगर पिछले काफी समय से इस पार्क में स्ट्रीट लाइट नहीं होने के कारण लोग सात बजे के बाद यहां नहीं रहते थे। गर्मी के मौसम में पार्क का अंधेरा लोगों को बहुत खला। कई लोग व्यायाम करने मुंह अंधेरे आते थे मगर स्ट्रीट की कमी के कारण वे नहीं आ पा रहे थे। पार्क के अंधेरे का फायदा अपराधी उठा रहे थे। यहां के आरडब्ल्यूए अध्यक्ष मलखान ¨सह यादव बताते हैं कि कई बार सुबह सबेरे खाली शराब की बोतलें यहां मिलती थी, अपराधी यहां से गुजरने वाली महिलाओं की चेन झपट लेते थे।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 15 Nov 2018 04:27 PM (IST) Updated:Thu, 15 Nov 2018 04:27 PM (IST)
पार्क में सुरक्षा सुनिश्चित होने पर लोगों ने निगम को कहा शुक्रिया
पार्क में सुरक्षा सुनिश्चित होने पर लोगों ने निगम को कहा शुक्रिया

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: सेक्टर-23 ए स्थित लगभग 14 एकड़ के पार्क जन्मदिवस वाटिका में लोगों ने खुशियां मनाईं। यह खुशियां हाईमास्ट लाइट लगने की थी। इस इलाके का यह एक बड़ा पार्क है, जिसमें काफी संख्या में लोग टहलने आते रहे हैं, मगर पिछले काफी समय से इस पार्क में स्ट्रीट लाइट नहीं होने के कारण लोग सात बजे के बाद यहां नहीं आते थे। गर्मी के मौसम में पार्क का अंधेरा लोगों को बहुत खला। कई लोग व्यायाम करने आते थे मगर स्ट्रीट लाइटों की कमी के कारण वे नहीं आ पा रहे थे। पार्क के अंधेरे का फायदा अपराधी उठा रहे थे।

यहां के आरडब्ल्यूए अध्यक्ष मलखान ¨सह यादव बताते हैं कि कई बार सुबह सवेरे खाली शराब की बोतलें यहां मिलती थीं। अपराधी यहां से गुजरने वाली महिलाओं की चेन झपट लेते थे। जब सेक्टर नगर निगम के अधीन आया तो लोगों ने निगमायुक्त यशपाल यादव से बात की। स्थानीय एसडीई ललित ¨जदल, मिस्त्री यादव और जय पंकज अरोड़ा ने पार्क की बेहतरी में आगे बढ़कर भूमिका निभाई। अब हाई मास्ट स्ट्रीट लाइट लगने के कारण रात के वक्त भी बच्चे यहां की दूधिया रोशनी में क्रिकेट खेल सकते हैं।

पार्क में क्रिकेट खेलने की जगह है और इस कारण बच्चों ने नगर निगम को धन्यवाद किया है। महिलाएं और बुजुर्ग इससे काफी खुश हैं कि अब देर रात भी पार्क में टहलने आया जा सकता है। इस पार्क को जन्म दिवस वाटिका का नाम पार्क की देखरेख में जन भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए दिया गया था। लोग यहां अपने जन्म दिन पर पौधे लगा सकें और इसकी जिम्मेदारी ले सके। हालांकि प्रशासन की यह योजना उतनी कामयाब नहीं रही।

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