कम हाजिरी होने पर नहीं दिए गए रोल नंबर

जिले के राजकीय कॉलेजों में स्नातक और स्नातकोत्तर कोर्सों की सेमेस्टर परीक्षाएं शुक्रवार से शुरू हो गई हैं। इनके साथ ही महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (मदवि) की री-अपीयर परीक्षाएं भी चल रही हैं। परीक्षाएं शुरू होने के बाद भी विद्यार्थी रोल नंबर के लिए भटक रहे हैं। सेक्टर-14 स्थित राजकीय महिला महाविद्यालय में शुक्रवार को स्नातक कोर्सों के द्वितीय और तृतीय वर्ष के काफी संख्या में विद्यार्थी रोल नंबर मिलने के इंतजार में खड़े रहे। इन विद्यार्थियों का कहना था कि उनकी कक्षाओं में उपस्थिति कम होने के कारण रोल नंबर नहीं दिया गया है जबकि उन्होंने कम उपस्थिति होने का जुर्माना भी जमा करवा दिया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Nov 2019 05:43 PM (IST) Updated:Fri, 22 Nov 2019 05:43 PM (IST)
कम हाजिरी होने पर नहीं दिए गए रोल नंबर
कम हाजिरी होने पर नहीं दिए गए रोल नंबर

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : जिले के राजकीय कॉलेजों में स्नातक और स्नातकोत्तर कोर्सों की सेमेस्टर परीक्षाएं शुक्रवार से शुरू हो गई हैं। इनके साथ ही महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (मदवि) की री-अपीयर परीक्षाएं भी चल रही हैं। परीक्षाएं शुरू होने के बाद भी विद्यार्थी रोल नंबर के लिए भटक रहे हैं।

सेक्टर-14 स्थित राजकीय महिला महाविद्यालय में शुक्रवार को स्नातक कोर्सों के द्वितीय और तृतीय वर्ष के काफी संख्या में विद्यार्थी रोल नंबर मिलने के इंतजार में खड़े रहे। इन विद्यार्थियों का कहना था कि उनकी कक्षाओं में हाजिरी कम होने के कारण रोल नंबर नहीं दिया गया है, जबकि उन्होंने कम हाजिरी का जुर्माना भी जमा करवा दिया है।

कॉलेज के प्राचार्य डॉ. विजय अदलखा ने बताया कि विश्वविद्यालय के नियमों के मुताबिक विद्यार्थी की कक्षाओं में 75 प्रतिशत हाजिरी अनिवार्य है। जिन विद्यार्थियों की इससे कम हाजिरी है, केवल उनको ही रोल नंबर नहीं दिए गए हैं। इन विद्यार्थियों ने कम हाजिरी होने पर लगा जुर्माना तो जमा कर दिया है लेकिन अभी तक दोबारा दाखिला नहीं करवाया है। विश्वविद्यालय के नियम के मुताबिक इन विद्यार्थियों को दोबारा से दाखिला कराना पड़ेगा, तभी उन्हें रोल नंबर दिए जाएंगे।

शुक्रवार को स्नातक और स्नातकोत्तर कोर्सों की सेमेस्टर परीक्षाएं शुरू हुई। पहला पेपर होने के चलते जिन विद्यार्थियों को रोल नंबर नहीं दिए गए थे, उन्हें भी पेपर में बैठने दिया गया है। इसके बाद के पेपर विद्यार्थी तभी दे पाएगा जब वे अपने दोबारा दाखिले की फीस जमा करवा देंगे।

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