रियल एस्टेट बाजार ने पकड़ी रफ्तार

कोरोना संकट के चलते मंद हुए रियल एस्टेट बाजार की रफ्तार अब तेज होनी शुरू हो गई है। हाल ही में एनॉराक रिसर्च द्वारा जारी ताजे आंकड़ों के अनुसार बाजार में सबसे अधिक मांग किफायती फ्लैटों की है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 10 Aug 2020 07:15 PM (IST) Updated:Mon, 10 Aug 2020 09:44 PM (IST)
रियल एस्टेट बाजार ने पकड़ी रफ्तार
रियल एस्टेट बाजार ने पकड़ी रफ्तार

गौरव सिगला, नया गुरुग्राम

कोरोना संकट के चलते मंद हुए रियल एस्टेट बाजार की रफ्तार अब तेज होनी शुरू हो गई है। हाल ही में एनॉराक रिसर्च द्वारा जारी ताजे आंकड़ों के अनुसार बाजार में सबसे अधिक मांग किफायती फ्लैटों की है। इसमें 30 प्रतिशत मांग निवेशकों और 70 प्रतिशत अंतिम उपयोगकर्ता की है।

बता दें कि कोरोना महामारी के कारण रियल एस्टेट का बाजार काफी प्रभावित हुआ है। एनॉराक रिसर्च की रिपोर्ट की मानें तो रियल एस्टेट का बाजार लगभग कोरोना काल से पूर्व की स्थिति की तरफ तेजी से लौट रहा है। उदाहरण के तौर पर अगर लॉकडाउन से पहले 100 मकानों की मांग थी तो अब यह 65 तक पहुंच गई है। तैयार हाउसिग सोसायटी व निर्माणधीन परियोजनाओं में खरीदारों की साइट विजिट की संख्या में भी तेजी आई है। इसमें से 10 प्रतिशत डील बिक्री में भी बदल रही है।

आंकड़ों में 75 लाख से लेकर 1.25 करोड़ रुपये तक के 1400 से 1600 वर्ग फुट के फ्लैटों व बिल्डर फ्लोर की मांग अधिक है। किफायती फ्लैटों की मांग भी कोरोना से पूर्व की स्थिति में पहुंच गई है। इसमें 2 व 3 बेडरूम के फ्लैटों की सबसे अधिक मांग है। कोरोना काल के पहले की बिक्री दर के मुताबिक 60 प्रतिशत तक पहुंच गई है। आरओएफ के निदेशक मोहित मित्तल का कहना है कि कोरोना के बाद अब लोग किराए की बजाय खुद का घर होने को महत्व दे रहे हैं। यही कारण है कि किफायती घरों की मांग जोर पकड़ रही है। लॉकडाउन के बाद अब किफायती फ्लैट की मांग में वृद्धि दर्ज की जा रही है। अब आवंटी जल्द अपने फ्लैट में शिफ्ट होना चाहता है। इसीलिए रेडी टू मूव फ्लैट की डिमांड आ रही है।

सुरिदर सिंह, निदेशक, जीएलएस ग्रुप सवा व डेढ़ करोड़ रुपये के बीच की कीमत के फ्लोर की मांग बढ़ी है। नए खरीददार अब फ्लोर देखने आने लगे हैं। धीरे-धीरे इससे ऊंची कीमत वालों की भी मांग बढ़ेगी।

रमेश सिगला, अध्यक्ष, होम डेवलपर्स एवं प्लॉट होल्डर एसोसिएशन

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