बिजली निगम की सुविधाओं की मंजूरी हिसार से मिलने पर उपभोक्ता परेशान

दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (डीएचबीवीएन) की विभिन्न सुविधाओं को स्वीकृत करने की शक्तियां हिसार ऑफिस करने से बिजली उपभोक्ता खासे परेशान हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Jan 2020 06:38 PM (IST) Updated:Wed, 08 Jan 2020 06:38 PM (IST)
बिजली निगम की सुविधाओं की मंजूरी हिसार से मिलने पर उपभोक्ता परेशान
बिजली निगम की सुविधाओं की मंजूरी हिसार से मिलने पर उपभोक्ता परेशान

संवाद सहयोगी, नया गुरुग्राम: दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (डीएचबीवीएन) की विभिन्न सुविधाओं को स्वीकृत करने की शक्तियां हिसार ऑफिस को करने से बिजली उपभोक्ता परेशान हैं। इसके चलते लोगों को अपनी रोजमर्रा की सुविधाओं एवं समस्याओं के लिए बिजली दफ्तर के चक्कर काटने पड़ते हैं।

डीएचबीवीएन कार्यालय में बिजली के बिल में सुधार कराना हो, मीटर बदलने का स्टेटस सिस्टम में अपडेट कराना हो, मीटर कटवाकर पीडीसीओ कटवाना हो, सोलर मीटर की बिलिंग इत्यादि इन सभी सुविधाओं का अधिकार क्षेत्र हिसार कार्यालय के पास है। तीन माह पहले तक यह सभी सुविधाएं स्थानीय स्तर के बिजली निगम के सब-डिवीजन कार्यालय में ही हो जाती थी लेकिन पारदर्शिता के नाम पर अब सभी सब-डिवीजन से फाइलें हिसार भेजी जाती हैं। उसके बाद वहां से स्वीकृति मिलने के बाद ही उपभोक्ता का काम होता है।

नए गुरुग्राम में साउथ सिटी, सोहना रोड, मारुति व डीएलएफ सब-डिवीजन आते हैं। इन सब-डिवीजन के अंतगर्त पॉश कॉलोनियां या सोसायटी आती हैं। आए दिन उपभोक्ता उक्त कार्यों के लिए बिजली निगम कार्यालय के चक्कर काटते रहते हैं और सिर्फ जवाब एक ही मिलता है कि अभी हिसार कार्यालय से स्वीकृति नहीं आई। उक्त सुविधाओं को करने का अधिकार गुरुग्राम स्तर पर ही होना चाहिए। छोटे-छोटे कार्यों के लिए हिसार से स्वीकृति नहीं मिलने के कारण कई बार चक्कर काटने पड़ते हैं।

- प्रदीप बाली, डीएलएफ निवासी बिल ठीक करने के लिए एसडीओ कार्यालय के कई बार चक्कर काटने पड़ते हैं। यहां से कागज भेज दिए जाते हैं लेकिन स्वीकृति न मिलने से 10-10 दिन तक काम नहीं होता।

- दीपक सचदेवा, निवासी सनसिटी कुछ महीने पहले तक बिजली विभाग के काम जल्दी हो जाते थे लेकिन पारदर्शिता बढ़ाने के लिए हिसार कार्यालय को अधिकार देना कोई समाधान नहीं है। अगर ऐसी समस्या है तो अधिकार अधीक्षण अभियंता (एसई सर्किल) गुरुग्राम स्तर पर देने चाहिए।

- बादल मित्तल, निवासी एमजी रोड

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