जहरीली हवा में सांस लेने के लिए मजबूर
गुरुग्राम में वायु प्रदूषण से राहत नहीं मिल रही। लगातार जहरीली हवा में सांस लेने को लोग मजबूर हैं।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: गुरुग्राम में वायु प्रदूषण से राहत नहीं मिल रही। लगातार जहरीली हवा में सांस लेने को लोग मजबूर हैं। ऐसे आसार भी नही दिखाई दे रहे हैं कि आने वाले दिनों में वायु प्रदूषण का कहर कम होगा। शहर के हर हिस्से में वायु प्रदूषण कहर है। 12 अक्टूबर से लगातार वायु प्रदूषण का स्तर एकाएक बढ़ा हुआ है।
प्रदूषण पीएम 2.5 लगातार सामान्य स्तर 50 से कई गुना ज्यादा दर्ज किया जा रहा है। सड़कों से उड़ती धूल प्रदूषण को और बढ़ा रही है। सोहना रोड पर सड़क निर्माण का कार्य चल रहा लेकिन पानी का छिड़काव सही तरीके से नहीं किया जा रहा है। वहीं शहर की कई सड़क जर्जर है। वाहनों के टायर उड़ती धूल आसपास के लोगों को परेशान कर रही है।
बुधवार रात बादल छाए तो कि बारिश होगी और वायु प्रदूषण से कुछ दिन के लिए राहत मिलेगी लेकिन बारिश नहीं हुई। बृहस्पतिवार को वायु प्रदूषण 305 पीएम 2.5 से दर्ज किया गया है। डाक्टरों का कहना है कि दमा व कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए बढ़ता वायु प्रदूषण खतरनाक है।
- डाक्टरी सलाह ::
दमा के मरीज ऐसे मौसम में घर से बाहर नहीं निकलें। क्योंकि दोपहर के समय में भी वायु प्रदूषण का स्तर ज्यादा है। नवजात शिशु को भी घर से बाहर ना लेकर जाए। अगर जाए, तो कपड़ा ढ़क कर रखे। जो कोरोना मरीज होम आइसोलेशन में हैं वह भी सावधानी रखे। क्योंकि ऐसे मौसम में सांस लेने की परेशानी बढ़ सकती है।
डा. नवीन कुमार, वरिष्ठ फिजिशियन स्वास्थ्य विभाग
------- शहर में पीएम 2.5का स्तर
12 अक्टूबर 276
13 अक्टूबर 334
14 अक्टूबर 313
15 अक्टूबर 332
16 अक्टूबर 290
17 अक्टूबर 318
18 अक्टूबर 332
19 अक्टूबर 313
20 अक्टूबर 307
21 अक्टबूर 310
22 अक्टबूर 305
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ठंड के मौसम में धूल कण आसमान की तरफ ज्यादा ऊपर नहीं जाती। जैसे-जैसे ठंड बढ़ेगी, वायु प्रदूषण बढ़ेगा। इसलिए हमारी कोशिश रहनी चाहिए कि वायु प्रदूषण के कारणों पर ध्यान दें। धूल कहीं नहीं उड़नी चाहिए और कूड़े को नहीं जलाएं।
कुलदीप सिंह, क्षेत्रीय अधिकारी, गुरुग्राम, हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड