'शौर्य वन' में बलिदानियों और वीरों के नाम पर लगेंगे पौधे

सीआरपीएफ ने अपने साहस पराक्रम और शौर्य के बल पर पदक जीतने वाले और मां भारती के चरणों में अपने प्राण न्योछावर करने वाले बलिदानी जवानों के सम्मान की एक अलग योजना बनाई है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 12 Jul 2020 06:43 PM (IST) Updated:Sun, 12 Jul 2020 06:43 PM (IST)
'शौर्य वन' में बलिदानियों और वीरों के नाम पर लगेंगे पौधे
'शौर्य वन' में बलिदानियों और वीरों के नाम पर लगेंगे पौधे

महावीर यादव, बादशाहपुर (गुरुग्राम)

देश के लिए अपने जीवन का बलिदान देने वाले वीरों के मान-सम्मान देने में किसी प्रकार की कसर नहीं छोड़ी जाती है। सीआरपीएफ ने अपने साहस, पराक्रम और शौर्य के बल पर पदक जीतने वाले और मां भारती के चरणों में अपने प्राण न्योछावर करने वाले बलिदानी जवानों के सम्मान की एक अलग योजना बनाई है। सीआरपीएफ के देशभर के सभी पदक विजेता अपने नाम का पौधा 'शौर्य वन' में लगाएंगे। इसके साथ ही इस शौर्य वन में बलिदान देने वाले परिजनों के हाथों से भी बलिदानी के नाम का पौधा लगाया जाएगा। सीआरपीएफ ने कादरपुर स्थित केंद्र समूह में यह 'शौर्य वन' बनाया है। इस शौर्य वन का गेट बिल्कुल अलग तरीके का डिजाइन किया गया है, जिसके डिजाइन की सराहना केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी की है। अमित शाह ने इस गेट के साथ फोटो खिंचवा कर ट्वीट भी किया है।

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह रविवार को कादरपुर स्थित सीआरपीएफ कैंप में पौधारोपण अभियान की शुरुआत करने पहुंचे। उन्होंने अपने हाथ से पीपल का पौधा लगाया। सीआरपीएफ के अधिकारियों और जवानों ने इस अवसर पर 5001 पौधे लगाए। इस पौधारोपण कार्यक्रम के साथ सीआरपीएफ ने एक बेहतरीन कार्य किया है, जिसकी न केवल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सराहना की, बल्कि सभी इसकी सराहना कर रहे हैं। सीआरपीएफ ने कादरपुर स्थित समूह केंद्र में शौर्य वन का निर्माण किया है। इस शौर्य वन में सीआरपीएफ के सभी वीरता पदक विजेता अपने नाम का पौधा लगाएंगे। दिल्ली और आसपास क्षेत्र में रहने वाले करीब 40 पदक विजेता अभी तक इस शौर्य वन में पौधारोपण कर चुके हैं। कोरोनावायरस के चलते दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले पदक विजेता अभी पौधरोपण के लिए नहीं आ पा रहे हैं। इस शौर्य वन में देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले सीआरपीएफ के अधिकारियों और जवानों के परिजनों के हाथों से भी उनके नाम का पौधारोपण कराया जाएगा। शौर्य वन की दो बड़ी खासियत

शौर्य वन में लगाए जाने वाले पौधों की सीआरपीएफ ने सूची तैयार की है। इस सूची में अधिकतर वे पौधे हैं। जिनकी आयु 100 वर्ष से भी ज्यादा होती है। इस सूची में नीम, पीपल, बरगद, कटहल, अर्जुन, गोमरी, कदम, कंचन, नाहर, बबूल, जलपाई, केशव, ओक, पाइन, अशोक, कचनार, खैर, सीताफल, जामुन के पौधे हैं। इसके अलावा इस वन की खासियत इसका आकर्षित गेट है। इसके गेट को बेहतरीन तरीके से केवल लकड़ी़ का प्रयोग करके बनाया गया है। किसी प्रकार के प्लास्टिक का प्रयोग नहीं किया गया।

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