जयंती पर याद किए गए जंग-ए-आजादी के महानायक

स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी समिति की ओर से जंग-ए-आजादी के महानायक नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जयंती बुधवार को सोहना रोड स्थित सुभाष चौक के नजदीक मनाई गई। उपस्थित लोगों ने जहां नेताजी के कृतित्व व व्यक्तित्व के ऊपर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला वहीं सिविल लाइंस स्थित जिला परिषद स्वतंत्रता सेनानी भवन परिसर में स्वतंत्रता सेनानी स्मारक बनाने को लेकर कार्यवाही तेज न होने पर ¨चता जाहिर की।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Jan 2019 07:45 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jan 2019 07:56 PM (IST)
जयंती पर याद किए गए जंग-ए-आजादी के महानायक
जयंती पर याद किए गए जंग-ए-आजादी के महानायक

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी समिति की ओर से जंग-ए-आजादी के महानायक नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जयंती बुधवार को सोहना रोड स्थित सुभाष चौक के नजदीक मनाई गई। उपस्थित लोगों ने जहां नेताजी के कृतित्व व व्यक्तित्व के ऊपर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला वहीं सिविल लाइंस स्थित जिला परिषद स्वतंत्रता सेनानी भवन परिसर में स्वतंत्रता सेनानी स्मारक बनाने को लेकर कार्यवाही तेज न होने पर ¨चता जाहिर की।

समिति के महासचिव सूबेदार (रिटा.) विजेंद्र ¨सह ठाकरान ने नेताजी के ऊपर प्रकाश डालते हुए कहा कि रंगून में उन्होंने 30 मिनट का भाषण दिया था। इस भाषण से ही प्रेरित होकर अंग्रेजों की सेना में शामिल 60 हजार हिन्दुस्तानी सैनिक आजाद ¨हद फौज में शामिल हो गए थे। इससे अंग्रेज सरकार डर गई थी। इसी डर ने उसे भारत छोड़ने के लिए विवश किया था। समिति के अध्यक्ष कपूर ¨सह दलाल ने कहा कि आजादी के बाद नेताजी को जो जगह मिलनी चाहिए, नहीं मिली। शहर में किसी भी चौराहे पर उनकी प्रतिमा तक नहीं। लंबे समय से वे लोग सोहना रोड स्थित सुभाष चौक के नजदीक प्रतिमा स्थापित कराने की मांग कर रहे हैं, लेकिन ध्यान नहीं दिया जा रहा है। सिविल लाइंस स्थित जिला परिषद स्वतंत्रता सेनानी भवन परिसर में स्वतंत्रता सेनानी स्मारक बनाने के ऊपर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। यह स्थिति तब है जब जिला परिषद के चेयरमैन कल्याण ¨सह चौहान की अध्यक्षता में सदन प्रस्ताव पास कर चुका है। इस मामले को लेकर वे लोग जल्द ही मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे। जहां तक नेताजी सुभाषचंद्र बोस की प्रतिमा स्थापित करने का सवाल है तो सदर थाने के बगल में पार्क है। उस पार्क में प्रतिमा स्थापित कराई जाए। कार्यक्रम में वेदप्रकाश यादव, र¨वद्र दहिया, लेखराज राघव, मनोज यादव टिकली, महेंद्र ¨सह झाड़सा, दलेल ¨सह जून, रोशनलाल यादव, अशोक कटारिया, कर्मबीर कटारिया, बलवान दहिया, बलजीत ¨सह ढुल, मास्टर मातादीन यादव एवं राजेशवर ठाकरान आदि ने विचार व्यक्त किए।

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