आइसा ने रखा 100 देशों से फ्रेमवर्क एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर कराने का लक्ष्य

गांधी जयंती तक अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आइसा) ने फ्रेमवर्क एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर करने वाले देशों की संख्या 100 तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है।

By Edited By: Publish:Sat, 31 Aug 2019 04:51 PM (IST) Updated:Sat, 31 Aug 2019 05:58 PM (IST)
आइसा ने रखा 100 देशों से फ्रेमवर्क एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर कराने का लक्ष्य
आइसा ने रखा 100 देशों से फ्रेमवर्क एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर कराने का लक्ष्य

गुरुग्राम (आदित्य राज)। गांधी जयंती तक अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आइसा) ने फ्रेमवर्क एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर करने वाले देशों की संख्या 100 तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए आइसा के साथ ही भारत, फ्रांस एवं पेरु सहित कई देशों ने अपने स्तर पर भी प्रयास तेज कर दिया है। प्रयास यह भी है कि इस बार आइसा की आम सभा के दायरे में आने वाले सभी देशों के प्रतिनिधि शामिल हों।

जलवायु परिवर्तन के खिलाफ मुहिम
आम सभा 30 अक्टूबर से दो नवंबर तक नोएडा में आयोजित होगी। जलवायु परिवर्तन के खिलाफ 30 नवंबर 2015 को फ्रांस के पेरिस में आयोजित सम्मेलन के दौरान आइसा अस्तित्व में आया है। इसका मुख्यालय गुरुग्राम में गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड स्थित राष्ट्रीय सौर ऊर्जा संस्थान के सूर्य भवन में बनाया गया है।

दायरे में 122 देश आते हैं
इनमें से अब तक भारत एवं फ्रांस सहित 77 देश फ्रेमवर्क एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर कर चुके हैं। गांधी जयंती तक यह संख्या 100 हो जाए, इसके लिए आइसा ने कई सदस्य देशों को जिम्मेदारी भी तय कर दी है। ये देश अपने स्तर पर प्रयास करेंगे।

तीन सितबंर से होगी बैठक
इसी दिशा में तीन सितंबर को नई दिल्ली में आइसा के दायरे में आने वाले कई देशों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक आयोजित होगी। उन्हें फ्रेमवर्क एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। यही नहीं बैठक में आइसा के संविधान में संशोधन के बारे में भी चर्चा की जाएगी।

संशोधन के बाद सभी देश आएंगे आइसा के दायरे में
संशोधन के बाद संयुक्त राष्ट्र के सभी देश आइसा के दायरे में आ जाएंगे। संशोधन के लिए आइसा के दायरे में आने वाले 30 देशों के हस्ताक्षर आवश्यक है। इनमें से 9 देश हस्ताक्षर कर चुके हैं। आइसा की दूसरी आम सभा नोएडा में आयोजित होगी। इस बारे में तैयारी जोरों पर चल रही है।

इंटरनेशनल सोलर एलायंस के महानिदेशक उपेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि प्रयास है कि आम सभा से पहले दायरे में आने वाले अधिकतर देश फ्रेमवर्क एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर कर दें। इसके लिए गांधी जयंती तक कम से कम हस्ताक्षर करने वाले देशों की संख्या का लक्ष्य 100 रखा गया है। इस दिशा में आइसा के साथ ही कई देश विशेष भूमिका निभा रहे हैं। 

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