Gurugram: जमानत के लिए अदालत में पेश कर दिए फर्जी आधार कार्ड और गाड़ी की RC, दर्ज हुआ धोखाधड़ी का मामला

गुरुग्राम में फर्जी कागजात के आधार पर अदालत से जमानत लेने के चक्कर में पिता-पुत्र बुरे फंस गए। पिता पुत्र के साथ जमानत देने वाले एक व्यक्ति भी अदालत को गुमराह करने के आरोप में धरा गया। (सांकेतिक तस्वीर)

By Jagran NewsEdited By: Publish:Sun, 02 Apr 2023 12:07 AM (IST) Updated:Sun, 02 Apr 2023 12:07 AM (IST)
Gurugram: जमानत के लिए अदालत में पेश कर दिए फर्जी आधार कार्ड और गाड़ी की RC, दर्ज हुआ धोखाधड़ी का मामला
फर्जी कागजात के आधार पर अदालत से जमानत लेने के चक्कर में पिता-पुत्र बुरे फंस गए।

गुरुग्राम, जागरण संवाददाता। फर्जी कागजात के आधार पर अदालत से जमानत लेने के चक्कर में पिता-पुत्र बुरे फंस गए। पिता पुत्र के साथ जमानत देने वाले एक व्यक्ति भी अदालत को गुमराह करने के आरोप में धरा गया। अदालत के आदेश पर शिवाजी नगर थाना पुलिस ने तीनों आरोपितों के विरुद्ध धोखाधड़ी और आपराधिक षड्यंत्र रचने का मामला दर्ज किया है।

थाना शहर पुलिस ने चोरी और आपराधिक षड्यंत्र रचने के आरोपित मिलन के विरुद्ध मामला दर्ज किया था। आरोपित मिलन ने इस मामले में जमानत के लिए अदालत में अर्जी दी। अदालत में आरोपित मिलन के पिता विक्रम महिपाल आधार कार्ड और दो गाड़ियों की आरसी जमानत के लिए दी। अदालत ने 24 मार्च को दस्तावेजों को जांच के लिए भेजा।

पुलिस ने अदालत को बताया कि इस पते पर ना तो महिपाल और ना ही हरिओम नाम का कोई व्यक्ति रहता है। आसपास पता करने पर भी इन नामों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली, जिस वाहन की आरसी अदालत में दी गई है। वह गाड़ी भी महिपाल के नाम रजिस्टर्ड है। इसमें भी विक्रम महिपाल के नाम का कहीं कोई जिक्र नहीं है। दूसरी गाड़ी की जो आरसी दी गई है। वह हरिओम के नाम से तो रजिस्टर्ड है। लेकिन उसमें हरिओम के पिता का नाम अलग दर्ज है।

अदालत में दी गई कार के रजिस्ट्रेशन में हरिओम के पिता का नाम अलग दर्ज है। अदालत के आदेश पर शिवाजी नगर थाना पुलिस ने आरोपित मिलन, उसके पिता विक्रम महिपाल और एक अन्य आरोपित हरिओम के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया है।

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