फालोअप: आज होगी छात्र के आत्महत्या मामले में सुनवाई

डीएलएफ फेज-पांच निवासी 17 वर्षीय छात्र की आत्महत्या के मामले में मंगलवार को जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड में सुनवाई होगी। मामले में जांच टीम द्वारा पेश चालान पर मृतक के पिता ने कई सवाल उठाए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 05 Apr 2021 07:54 PM (IST) Updated:Mon, 05 Apr 2021 07:54 PM (IST)
फालोअप: आज होगी छात्र के  आत्महत्या मामले में सुनवाई
फालोअप: आज होगी छात्र के आत्महत्या मामले में सुनवाई

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: डीएलएफ फेज-पांच निवासी 17 वर्षीय छात्र की आत्महत्या के मामले में मंगलवार को जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड में सुनवाई होगी। मामले में जांच टीम द्वारा पेश चालान पर मृतक के पिता ने कई सवाल उठाए हैं। पिता का सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब उनके बेटे की मौत के लिए 10 से अधिक जिम्मेदार हैं फिर केवल दो छात्राओं के खिलाफ ही चालान क्यों? उन्होंने इस बारे में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से लेकर हरियाणा के पुलिस महानिदेशक एवं गुरुग्राम के पुलिस आयुक्त को भी पत्र भेजा है। सभी से कई उच्च न्यायालयों के निर्णयों का हवाला देते हुए कहा है कि केवल सोशल मीडिया पर किसी मामले को लेकर पोस्ट करने वाला ही दोषी नहीं होता है बल्कि टैग करने वाला भी बराबर का दोषी होता है। उनके बेटे की मौत के लिए पोस्ट करने वालों से लेकर टैग करने वाले तक यानी सभी जिम्मेदार हैं। सभी को आरोपित बनाया जाए।

गत वर्ष चार मई की रात डीएलएफ फेज-पांच इलाके की एक सोसायटी में रहने वाले छात्र ने 11वीं मंजिल स्थित अपने फ्लैट की बालकनी से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली थी। शुरू में पिता को लगा था कि किसी मानसिक परेशानी की वजह से उनके बेटे से ऐसा कदम उठा लिया। एक-दो दिन बाद उन्हें पता चला कि एक छात्रा ने उनके बेटे के ऊपर न केवल दुष्कर्म करने के प्रयास का आरोप लगाया था बल्कि इस बारे में इंस्टाग्राम पर पोस्ट भी कर दी थी। पोस्ट डालने के बाद इंस्टाग्राम पर ही छात्र-छात्राओं के बीच खूब बहस हुई थी। उसी बहस के दौरान उनके बेटे ने आत्महत्या कर ली थी। इंस्टाग्राम पर बॉयज लॉकर रूम नाम का चैट ग्रुप बनाए जाने की वजह से यह मामला बॉयज लॉकर रूम नाम से चर्चित हुआ था।

मामले की जांच सहायक पुलिस आयुक्त (सदर) अमन यादव के नेतृत्व में गठित टीम कर रही है। टीम ने कुछ दिन पहले मौत के लिए दो छात्राओं को जिम्मेदार मानते हुए उनके खिलाफ चालान जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड में पेश कर दिया। इसके खिलाफ मृतक के पिता ने बोर्ड में अर्जी दाखिल कर रखी है। अर्जी पर मंगलवार को सुनवाई होगी। पिता का कहना है कि मामले में पुलिस सही से जांच नहीं कर रही है। यदि जांच करती तो फिर चालान सभी के खिलाफ पेश किया जाता। जब तक सभी दोषी को सजा नहीं मिल जाती है तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा।

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