नारी सशक्तीकरण : महिलाओं को रोजगार का मंच दे रही है सशक्त महिलाओं की संस्था अमीका
'महिलाओं का समुचित विकास बिना उन्हें आर्थिक आर्थिक रूप से सशक्त किए नहीं हो सकता। महिला सशक्तीकरण की जब हम बात करते हैं, तो सिर्फ उनकी सुरक्षा, सामाजिक अधिकार जैसे मुद्दों तक बात सीमित रह जाती हैं, लेकिन महिला सशरक्तीकरण के लिए जरूरी है उनका आर्थिक सशक्तीकरण।' इसी बात को मूल मंत्र मानकर शहर की दो सशक्त महिलाएं संस्था 'अमीका' के जरिए रोजगार के अवसर तलाश रही महिलाओं को एक मंच मुहैया करवा रही हैं। साइबर सिटी के सेक्टर-103 में रहने वाली पेशे से वकील 33 वर्षीय नेहा चौधरी व उन्हीं की हमउम्र सेक्टर-33 निवासी इंटीरियर डिजाइनर रेनी शर्मा द्वारा स्थापित संस्था में दिल्ली-एनसीआर के रोजगार के विभिन्न क्षेत्रों से बड़ी संख्या में महिलाएं जुड़ रही हैं।
हंस राज, नया गुरुग्राम
महिलाओं का समुचित विकास बिना उन्हें आर्थिक आर्थिक रूप से सशक्त किए नहीं हो सकता। महिला सशक्तीकरण की जब हम बात करते हैं, तो सिर्फ उनकी सुरक्षा, सामाजिक अधिकार जैसे मुद्दों तक बात सीमित रह जाती हैं, लेकिन महिला सशक्तीकरण के लिए जरूरी है उनका आर्थिक सशक्तीकरण। इसी बात को मूल मंत्र मानकर शहर की दो सशक्त महिलाएं संस्था 'अमीका' के जरिये रोजगार के अवसर तलाश रही महिलाओं को एक मंच मुहैया करवा रही हैं। साइबर सिटी के सेक्टर-103 में रहने वाली पेशे से वकील 33 वर्षीय नेहा चौधरी व उन्हीं की हमउम्र सेक्टर-33 निवासी इंटीरियर डिजाइनर रेनी शर्मा द्वारा स्थापित संस्था से दिल्ली-एनसीआर की विभिन्न क्षेत्रों से बड़ी संख्या में महिलाएं जुड़ रही हैं। आयोजित करवाती हैं विभिन्न प्रतियोगिताएं: बकौल नेहा चौधरी संस्था से जुड़ी करीब सौ महिलाएं रोजगार व स्वरोजगार से खुद को जोड़ चुकी हैं। सिर्फ रोजगार ही नहीं क्षेत्र की महिलाओं में छुपी गायन, लेखन, नृत्य व खेल प्रतिभा को निखारने के लिए भी संस्था समय-समय पर प्रतियोगिताएं आयोजित करती है। साथ ही राखी व तीज जैसे महिलाओं के उत्सव को खास बनाने के लिए कार्यक्रम और युवतियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाने के लिए कार्यशाला का भी आयोजन करवाती हैं।
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विभिन्न क्षेत्रों से जुड़ी महिलाएं हैं शामिल : नेहा व रेनी शर्मा के प्रयासों को दिल्ली-एनसीआर की महिलाओं तक पहुंचाने के लिए रोजगार के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़ी सशक्त महिलाएं भी आगे आ रही हैं। ग्राफिक डिजाइनर मालिनी बेदी, फैशन डिजाइनर पूनम शर्मा व भू¨पदर अरोड़ा, होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. समीक्षा चौधरी, ह्यूमन रिसोर्स कंचन, गुरुग्राम हे¨ल्पग हैंड से पुष्पा दहिया, योग गुरू रवजोत, डेंटिस्ट डॉ. जीन करोल व अनुराधा कौल सरीखी महिलाएं जुड़ी हैं और अपने क्षेत्र में रुचि दिखाने वाली महिलाओं को आगे बढ़ने में सहयोग कर रही हैं।
महिलाएं आज अपने कौशल, आत्मविश्वास और शिष्टता के आधार पर दुनिया की किसी भी चुनौती को संभालने में सक्षम हैं। हमारा उद्देश्य उन्हें रोजगार व स्वरोजगार से जोड़कर सशक्त बनाना है।
- नेहा चौधरी, सह-संस्थापक, अमीका आज श्रृंगार प्रसाधन, हैंडीक्राफ्ट इंडस्ट्री व इंटीरियर डिजाइ¨नग जैसे कई क्षेत्र है जहां महिलाएं अपना करियर तलाश रही हैं। शहर में भी बहुत संभावनाएं हैं जिसे देखते हुए महिलाएं आगे आ रही हैं।
- रेनी शर्मा, सह-संस्थापक, अमीका