लॉकडाउन में कर्मचारियों का वेतन रेकॉर्ड बनाना चुनौती

साइबर सिटी के अधिकतर उद्यमियों की शिकायत है कि उन्हें अपने कर्मचारियों को वेतन देने में काफी दिक्कत आ रही है। हर फैक्टरी में वेतन बनाने के लिए अकाउंट स्टॉफ होता है जो इस समय फैक्टरी तक नहीं पहुंच पा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 29 Mar 2020 06:15 PM (IST) Updated:Sun, 29 Mar 2020 06:15 PM (IST)
लॉकडाउन में कर्मचारियों का वेतन रेकॉर्ड बनाना चुनौती
लॉकडाउन में कर्मचारियों का वेतन रेकॉर्ड बनाना चुनौती

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: साइबर सिटी के अधिकांश उद्यमियों की शिकायत है कि उन्हें अपने कर्मचारियों को वेतन देने में काफी दिक्कत आ रही है। हर फैक्टरी में वेतन बनाने के लिए अकाउंट स्टॉफ होता है, लेकिन इस समय लॉकडाउन के कारण वह फैक्टरी तक नहीं पहुंच पा रहा है। इनके बिना वेतन बनाना संभव नहीं है। इन्हें फैक्टरी तक आने के लिए प्रशासनिक अनुमति की जरूरत है। इसके लिए प्रशासनिक स्तर पर पास बनाए जा रहे हैं। कई उद्यमियों का कहना है कि उन्होंने अपने अकाउंट स्टॉफ को पास दिलाने के लिए तीन-चार दिन पहले आवेदन किया था मगर अभी तक उनके पास नहीं बन पाए हैं। आखिरकार ऐसे माहौल में सरकार के आदेशानुसार 31 मार्च तक कर्मचारियों के खातों में वेतन कैसे डाला जा सकता है।

उद्यमियों का कहना है कि औद्योगिक इकाइयों में हर माह की एक से 10 तारीख तक कर्मचारियों के खाते में वेतन डाला जाता था। फैक्टरियों में वेतन बनाने का काम वेतन तिथि से सात से आठ दिन पहले शुरू हो जाता है। कोरोना वायरस संक्रमण के कारण आवश्यक वस्तुओं का उत्पादन करने वाली औद्योगिक इकाइयों को छोड़ कर अन्य सभी में शटडाउन है। ऐसे में बिना पास के कोई भी कर्मचारी फैक्टरियों तक नहीं आ पा रहा है। कर्मचारियों को वेतन देने में किसी प्रकार की समस्या नहीं आए, इसे लेकर उद्यमियों द्वारा वेतन बनाने से संबंधित जरूरी स्टॉफ का पास बनवाने को लेकर संबंधित विभाग एवं अधिकारियों के पास आवेदन किया गया था।

आइएमटी मानेसर इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के अध्यक्ष पवन यादव का कहना है कि सेलरी तभी बन सकती है जब औद्योगिक इकाइयों के एचआर और अकाउंट से जुड़े कर्मचारियों को फैक्टरियों तक आने की अनुमति मिलेगी। उद्यमियों को पास बनवाने में बहुत दिक्कत आ रही है। कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन के दौरान हर उद्यमी अपने कर्मचारियों को वेतन देने के लिए तत्पर है। वेतन बनाने की प्रक्रिया को शुरू करने को बड़ी संख्या में उद्यमियों द्वारा जरूरी स्टॉफ के आवागमन के संबंध में पास बनवाने के लिए आवेदन किया है। एसोसिएशन द्वारा इसे लेकर उपायुक्त को तीन दिन पहले पत्र लिखा गया है, मगर अभी तक बात नहीं बनी।

-एपी जैन, महासचिव, उद्योग विहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन।

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