अटल स्मृति :: अटल के शब्दों ने यूएस में भारतीय विद्यार्थियों को किया था प्रेरित

हाइटेक इंडिया के प्रेसिडेंट प्रदीप यादव पूर्व प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेयी को याद कर भावुक हो जाते हैं। यादव का कहना है कि वह स्वयं को अत्यंत सौभाग्यशाली मानते हैं कि उन्हें इस युग पुरुष के साथ समय बिताने का छात्र जीवन में मौका मिला था। जब वह अमेरिका के यूनिवर्सिटी ऑफ नॉर्थ कैरोलिना में आयोजित साउथ-ईस्टर्न ¨हदू सम्मेलन में बतौर मुख्य वक्ता आए थे। 19

By JagranEdited By: Publish:Fri, 17 Aug 2018 08:12 PM (IST) Updated:Fri, 17 Aug 2018 08:12 PM (IST)
अटल स्मृति :: अटल के शब्दों ने यूएस में भारतीय विद्यार्थियों को किया था प्रेरित
अटल स्मृति :: अटल के शब्दों ने यूएस में भारतीय विद्यार्थियों को किया था प्रेरित

यशलोक ¨सह, गुरुग्राम

हाइटेक इंडिया के अध्यक्ष प्रदीप यादव पूर्व प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेयी जी को याद कर भावुक हो जाते हैं। यादव का कहना है कि वह स्वयं को अत्यंत सौभाग्यशाली मानते हैं कि उन्हें छात्र जीवन में इस युग पुरुष के साथ समय बिताने का मौका मिला था। जब वह अमेरिका के यूनिवर्सिटी ऑफ नॉर्थ कैरोलिना में आयोजित साउथ-ईस्टर्न ¨हदू सम्मेलन में बतौर मुख्य वक्ता आए थे। 1986 में वाजपेयी जी के भाषण ने भारतीय छात्रों को आत्मिक रूप से प्रभावित किया था। उन्हीं से प्रभावित होकर यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ. वांट्ज ने अपनी बेटी सारा को बनारस ¨हदू विश्वविद्यालय में पढ़ने के लिए भेज दिया था।

प्रदीप बताते हैं कि बात उन दिनों की है जब वह अमेरिका के यूनिवर्सिटी ऑफ नॉर्थ कैरोलिना से पीजी कर रहे थे। उस समय वह छात्र संघ एवं विश्व ¨हदू परिषद के युवा अध्यक्ष थे। जुलाई, 1986 में यूनिवर्सिटी में साउथ-ईस्टर्न ¨हदू सम्मेलन होना था। इसके लिए मुख्य वक्ता के चुनाव की जिम्मेदारी यादव को सौंपी गई। बात ¨हदुत्व की थी तो मैंने अटल जी को पत्र लिखा। आश्चर्य तब हुआ जब उनका जवाबी पत्र आया, जिसमें निमंत्रण स्वीकार करने की बात थी। उनके विराट व्यक्तित्व ने सिर्फ विद्यार्थियों को ही नहीं विश्वविद्यालय की फैकल्टी को भी गहराई से प्रभावित किया। साउथ-ईस्टर्न ¨हदू सम्मेलन में अमेरिका सहित कनाडा, मैक्सिको और ब्राजील के 700 भारतीय विद्यार्थियों ने शिरकत की थी। सभी उनसे से इतने प्रभावित हुए कि उनके विचारों के साथ ही जीवन में आगे बढ़ने का प्रण लिया।

प्रदीप बताते हैं कि वह तीन दिनों तक होटल में अटल जी के साथ रहे। उनके साथ काफी बातें हुईं। वह एक निष्कलंक व्यक्ति, मर्यादित, युवाओं को समझने वाले मानवता के पुजारी थे। यादव बताते हैं कि वर्ष 1998 में जब अटल जी प्रधानमंत्री थे तो दिल्ली में उनके आवास पर मुलाकात हुई थी। वह किसी मी¨टग के लिए जा रहे थे उसी समय उनकी नजर मुझ पर पड़ गई। उन्होंने कहा अरे यादव जी कैसे हैं। इसके बाद 10 मिनट तक उन्होंने बात की। लगा ही नहीं कि प्रधानमंत्री से मिल रहा हूं।

chat bot
आपका साथी