फिर गायब मिले सेंटरों से हॉकी प्रशिक्षक

जागरण संवाददाता, गुड़गांव : जिला खेल विभाग में प्रशिक्षकों द्वारा प्रशिक्षण सेंटर नहीं चलाने का पु

By Edited By: Publish:Sun, 26 Jun 2016 05:02 PM (IST) Updated:Sun, 26 Jun 2016 05:02 PM (IST)
फिर गायब मिले सेंटरों से हॉकी प्रशिक्षक

जागरण संवाददाता, गुड़गांव :

जिला खेल विभाग में प्रशिक्षकों द्वारा प्रशिक्षण सेंटर नहीं चलाने का पुराना रोग है और प्रशिक्षकों के पुराने रोग का इलाज तेजतर्रार खेल मंत्री भी नहीं कर सके।

उच्च अधिकारियों द्वारा बार बार जांच करने में प्रशिक्षक सेंटरों से नदारद मिल रहे हैं फिर भी सख्त कदम नहीं उठाए जा रहे। उच्च अधिकारी भी खानापूर्ति से लगे हैं। नेहरू स्टेडियम में हॉकी सेंटर है और प्रशिक्षक स्टेडियम में रहते हैं। अधिकारियों द्वारा जब भी जांच कई, तो प्रशिक्षक सेंटर से नदारद मिला हैं। शनिवार को एक माह के अंदर दूसरा मौका था कि हाकी सेंटर पर प्रशिक्षक नदारद मिले। यह हालात तब हैं जब इन दिनों हॉकी खिलाड़ियों का आफ सीजन कैंप चल रहा है। लेकिन कुछ प्रशिक्षक बच निकले। क्योंकि खेल विभाग ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि अधिकारी जांच करने पहुंच रहे हैं। इसी कारण वे प्रशिक्षक छुट्टी लेकर चले गए

विभाग का हजारों की चपत :

नियमों को ताक पर रख कर हॉकी प्रशिक्षक को स्टेडियम में रूम दिया गया है। एसी रूम में 24 घंटे बिजली उपयोग कर रहे हैं जिससे विभाग को हर वर्ष हजारों रुपये की चपत लग रही है। अगर बिजली विभाग के नियमों की माने तो एक रूम में हर माह 1 हजार रुपये से ज्यादा खर्च आता है।

हॉकी में गिरावट :

रिटायर्ड हो चुके प्रशिक्षक फूल कुमार के बाद चर्चा रहती है कि जिला में हाकी धरातल पर आ गई। इसका कारण यही हैं कि जिन्हें हाकी की बदौलत रोजी रोटी मिली वही आज हाकी को बर्बाद करने में लगे हैं।

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करीब एक माह यह दूसरा मौका है कि जब हाकी प्रशिक्षक गायब मिले। पहले भी गायब मिले और मौखिक चेतावनी दी गई थी। सब से अच्छा एथलेटिक सेंटर चलता मिला जिस पर 150 खिलाड़ी मिले।

-अनीता तेवतिया, डीएसओ चंडीगढ़ कार्यालय।

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