न्याय के लिए पुलिस आयुक्त से मिला मनीष का परिवार

जागरण संवाददाता, गुड़गांव : फाजिलपुर निवासी मनीष यादव (20) आत्महत्या मामले में गठित एसआइटी की जांच प्

By Edited By: Publish:Tue, 07 Jul 2015 08:34 PM (IST) Updated:Tue, 07 Jul 2015 08:34 PM (IST)
न्याय के लिए पुलिस आयुक्त से मिला मनीष का परिवार

जागरण संवाददाता, गुड़गांव : फाजिलपुर निवासी मनीष यादव (20) आत्महत्या मामले में गठित एसआइटी की जांच प्रकिया से मनीष के परिजन खुश नहीं हैं। परिजनों ने मंगलवार को पुलिस आयुक्त नवदीप सिंह विर्क से मुलाकात कर आरोपी पुलिस कर्मियों की गिरफ्तारी की मांग की। मनीष के भाई दीपक ने कहा जब यह जांच में खुलासा हो चुका है कि उसके भाई पर हत्या के प्रयास के तहत गंभीर मामला झूठा दर्ज किया गया तो ऐसा करने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है? यहां तक कि जांच होने तक पुलिस कर्मियों को निलंबित भी नहीं किया गया।

बता दें कि कानून की पढ़ाई करने वाले मनीष से कुछ पुलिस कर्मियों से जनवरी माह में विवाद हो गया था। पुलिस कर्मियों ने मनीष व अन्य के खिलाफ ड्यूटी में बाधा डालने अपहरण कर हत्या का प्रयास करने का मामला दर्ज कराया था। दीपक का आरोप है कि इसके बाद उसके परिवार से लाखों की रकम मांगी जाने लगी। जिसमें एक महिला एसीपी का रीडर भी शामिल था। मनीष को पकड़कर रिमांड पर लेकर धुनाई करने की बात पुलिस कर्मियों ने उसके घर जाकर कही थी जिससे परेशान होकर उसने सात फरवरी 2015 को फांसी लगा जान दे दी थी। इस मामले को पहले रफा दफा कर दिया गया लेकिन पीड़ित परिवार ने जब प्रदर्शन किया तो पांच पुलिस कर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच एसआइटी को सौंपी थी। एसआइटी चीफ अभी यह तय नहीं कर पाए कि पुलिस कर्मी दोषी हैं नहीं। अगर नहीं तो जांच रिपोर्ट में यह क्यों कहा गया कि मनीष के खिलाफ गंभीर धारा नहीं बनती थी।

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