टोल रेट में एक रुपये की कटौती

जागरण संवाददाता, गुड़गांव : केंद्र में सत्ता परिवर्तन के बाद महंगाई दर कम होने का असर दिखने लगा है

By Edited By: Publish:Wed, 01 Apr 2015 07:00 PM (IST) Updated:Thu, 02 Apr 2015 03:47 AM (IST)
टोल रेट में एक रुपये की कटौती

जागरण संवाददाता, गुड़गांव : केंद्र में सत्ता परिवर्तन के बाद महंगाई दर कम होने का असर दिखने लगा है। इस बार टोल रेट में कटौती इस बात का प्रमाण है। पहली बार टोल रेट (बड़े व्यवसायिक वाहनों) में कमी की गई है।

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण हर साल टोल रेट में कुछ न कुछ बढ़ोत्तरी करता रहा है। इसके पीछे मुख्य कारण महंगाई दर में हर साल बढ़ोत्तरी थी। नया रेट एक अप्रैल से लागू होता है। वर्षो बाद या संभवत पहली बार प्राधिकरण की ओर से टोल रेट में किसी भी प्रकार की बढ़ोत्तरी नहीं की गई है। यहां तक ट्रक सहित अन्य बड़े व्यवसायिक वाहनों के टोल रेट में एक रुपये की कटौती की गई है। उदाहरण स्वरूप दिल्ली-गुड़गांव एक्सप्रेस वे गुजरने वाले बड़े व्यवसायिक वाहनों को 180 रुपये टोल देना पड़ता था। इसे एक रुपये घटाकर 179 रुपये कर दिया गया है।

अन्य वाहनों को भी मिलेगी राहत

बताया जाता है कि महंगाई दर में कमी से आने वाले दिनों में अन्य वाहनों के टोल रेट में भी कुछ कमी की जा सकती है। अन्य वाहनों के टोल रेट में चार से पांच रुपये तक की कमी आ सकती है। इस बारे में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण अध्ययन कर रहा है। मालूम हो कि प्राधिकरण ने बीओटी के आधार पर देश भर में 50 से अधिक टोलों के संचालन की जिम्मेदारी विभिन्न कंपनियों को दे रखी है। 200 से अधिक टोल हैं, जिसका संचालन प्राधिकरण के ही हाथ में है। प्राधिकरण का निर्णय बीओटी के दायरे में आने वाली कंपनियों पर भी लागू होता है।

एक जगह पांच रुपये कम होनी चाहिए

बड़े व्यवसायिक वाहन चालकों का कहना है कि टोल में एक रुपये कमी करने से परेशानी पैदा होगी। यदि महंगाई दर में कमी आई है तो कम से पांच रुपये की कमी करनी चाहिए थी। इससे कमी महसूस भी होती और परेशानी भी कम होती। अब 179 रुपये के लिए कम से कम दो-दो रुपये के दो सिक्के चाहिए या फिर एक-एक रुपये के चार। 175 रुपये देना आसान है। 180 रुपये भी देना आसान था लेकिन 179 देने में परेशानी होगी। गांव खांडसा निवासी ट्रक चालक राजेश त्यागी का कहना है कि टोल रेट में एक रुपये की कमी ऊंट के मुंह में जीरा वाली कहावत को चरितार्थ करती है। इससे कोई अंतर नहीं पड़ता। दिक्कत यह है कि अब सड़क पर निकलने से पहले कुछ सिक्कों की व्यवस्था करनी पड़ेगी।

''फिलहाल बड़े व्यवसायिक वाहनों के टोल रेट में एक रुपये की कमी की गई है। अभी समीक्षा चल रही है। हो सकता है आने वाले दिनों में सभी प्रकार के वाहनों के टोल रेट में कमी की जाएगी।''

-एके शर्मा, निदेशक (प्रोजेक्ट), भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण।

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