टोल के खिलाफ लड़ाई को मिला बल

जागरण संवाददाता, गुड़गांव : पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेस वे पर जाम की वजह

By Edited By: Publish:Sat, 31 Jan 2015 06:28 PM (IST) Updated:Sat, 31 Jan 2015 06:28 PM (IST)
टोल के खिलाफ लड़ाई को मिला बल

जागरण संवाददाता, गुड़गांव : पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेस वे पर जाम की वजह और अन्य खामियों पर सरकार से जवाबतलब किए जाने से ग्रामीणों की लड़ाई को बल मिला है। खेड़की दौला टोल के आसपास के गांवों के लोग लंबे समय से टोल हटाये जाने की मांग करते आ रहे हैं। कोर्ट के सख्त रुख के बाद एक बार फिर से लोगों ने टोल हटाये जाने की मांग जोर-शोर से उठाई है। लोगों का साफ कहना है कि टोल हटाए बिना एक्सप्रेस वे पर समस्याओं से मुक्ति नहीं मिलेगी। इसलिए इसे हटाया जाना चाहिए।

खेड़क दौला टोल के खिलाफ लड़ाई आसपास के गावों के वाहनों को टोल टैक्स से राहत देने के मुद्दे पर शुरू हुई थी। लेकिन बाद में यह लड़ाई टोल हटाने तक आ गई। लड़ाई लड़ने वाली कंपनी का साफ कहना है कि जब कंपनी करार का पालन नहीं कर रही है और टोल वसूली की मियाद पूरी हो चुकी है तो फिर टोल किस बात का वसूला जा रहा है। जबकि इसके चलते हाइवे पर रोज जाम लगता है और दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है। गांवों के लोग हाइवे का रखरखाव करने वाली समिति और टोल कंपनी पर शुरू से ही समस्याओं की अनदेखी का आरोप करते आ रहे हैं। कोर्ट के संज्ञान से इन आरोपों का बल मिला है। लोगों का कहना है कि सुगम आवाजाही के जिस उद्देश्य से हाइवे बनाया गया था, छह साल बाद भी वह उद्देश्य पूरा नहीं हुआ। बल्कि हाइवे पर यह टोल मुसीबत बनता जा रहा है। बता दें कि शुक्रवार को पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में टोल संबंधित मामले की सुनवाई में भी जाम सहित दूसरी समस्याओं को दूर करने का मामला उठाया गया। हाईकोर्ट ने सरकार से भी जवाब तलब कर जाम से निजात दिलाने के लिए उठाए गए या उठाए जाने वाले कदमों की जानकारी मांगी है।

ये सुविधाएं कब मिलेंगी

फ्लाई ओवर, अंडर पास, सब वे, ड्रेनेज सिस्टम, एक्सीडेंट या वाहन खराब होने पर उन्हें हटाने के लिए क्रेन सहित अन्य संसाधन व स्टाफ, सर्विस लेन को बेहतर बनाना, स्ट्रीट लाइट, संकेतक, टोल लेन की संख्या बढ़ाना, लंबा जाम लगने पर टोल फ्री वाहन निकालना, एंबुलेंस सहित अन्य इमरजेंसी वाहनों के लिए अलग लेन, एक्सप्रेस वे उपयोग नहीं करने वालों को सर्विस लेन सहित दूसरी कई सुविधाओं की ओर किसी का ध्यान नहीं है।

एक्सप्रेस वे पर जलजमाव

मानसून के समय एक्सप्रेस वे की मुख्य लेन से लेकर सर्विस लेन पर जलजमाव हो जाता है। इसके कारण लंबा जाम लगता है। इतने लंबे समय बाद भी ड्रेनेज सिस्टम को लेकर नगर निगम से लेकर हुडा, एनएचएआइ व जिला प्रशासन ने कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए। हालत यह होती है कि जल भराव के बीच ही ट्रैफिक पुलिस कर्मी काम करने को विवश होते हैं।

सुविधा नहीं तो किस बात का टोल

वाहन चालक रतन सिंह ने बताया कि जब एक्सप्रेस वे पर सुविधा नहीं दी जाती तो फिर कंपनी किस बात का टोल वसूल रही है। टोल का मतलब ही सुविधा देना होता है। वाहन चालक जितेंद्र सिंह का कहना है कि टोल देने में दिक्कत नहीं है लेकिन उसके बदले सुगम आवाजाही का मजा भी मिलना चाहिए। इस तरफ कंपनी का ध्यान नहीं है और इसकी वजह से पूरा शहर इसे हटाने को लेकर कमर कस रहा है।

''खेड़की दौला टोल समस्याओं का कारण बना हुआ है। सुविधाओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा और टोल वसूलने पर फोकस है। जब तक यह टोल यहां से नहीं हटेगा, तब तक एक्सप्रेस वे पर सुगम आवाजाही का सपना पूरा नहीं होगा।''

-कर्नल कंवर भारद्वाज, चेयरमैन, टोल हटाओ समिति।

''टोल हटाने के लिए समिति ने अपना काम शुरू कर दिया है। इसके लिए लोगों के साथ ही सामाजिक, धार्मिक संस्थाओं के साथ ही राजनीति क्षेत्र से जुड़े लोगों से भी संपर्क कर रहे हैं। जल्द ही सड़क पर उतरेंगे और केंद्रीय मंत्री से लेकर पीएम तक मामला लेकर जाएंगे।''

-अतर सिंह संधू, प्रधान, टोल हटाओ समिति।

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