पारता के ग्रामीणों की अनूठी पहल, नशा और नशे बेचने वालों को नहीं घुसने देंगे गांव में

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : ग्राम पंचायत पारता ने नशाखोरी के खिलाफ एक अनूठी पहल करते

By JagranEdited By: Publish:Thu, 13 Sep 2018 10:27 PM (IST) Updated:Thu, 13 Sep 2018 10:27 PM (IST)
पारता के ग्रामीणों की अनूठी पहल, नशा और नशे बेचने वालों को नहीं घुसने देंगे गांव में
पारता के ग्रामीणों की अनूठी पहल, नशा और नशे बेचने वालों को नहीं घुसने देंगे गांव में

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :

ग्राम पंचायत पारता ने नशाखोरी के खिलाफ एक अनूठी पहल करते हुए सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया है कि गांव में नशीली दवाओं, चिट्टा व स्मैक जैसे जानलेवा नशीले पदार्थों की बिक्री किसी भी सूरत में नहीं होने दी जाएगी। इस संबंध में ग्राम पंचायत ने गांव तथा आसपास के लगभग आधा दर्जन मेडिकल स्टोर संचालकों को भी कड़ी चेतावनी जारी कर दी है कि यदि वे बिना किसी डाक्टर की पर्ची के सीधे नशीले इंजेक्शन, कैप्सूल, गोलियां आदि की बिक्री करते पाए गए तो ग्राम पंचायत बिना किसी का इंतजार किए अपने स्तर पर ठोस कार्यवाही अमल में लाएगी। यह निर्णय सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग की ओर से गांव में आयोजित सांध्यकालीन प्रवास कार्यक्रम में सरपंच पवन महला ने पूरे ग्रामीणों के बीच लिया। इस अवसर पर ग्राम पंचायत सदस्य राजकुमार, मनतारी, रघुवीर, उषा रानी व बंसीलाल सहित गांव के मौजिज लोगों ने भरोसा दिलाया कि नशे को लेकर जिला में चलाए जा रहे सघन अभियान में वे पूरी तरह से प्रशासन का सहयोग करेंगे। निर्णय यह शानदार

जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी सुरेंद्र ¨सह ने कहा कि ग्राम पंचायत ने जो फैसला लिया है वो शानदार है। इसी तरह अगर सभी पंचायतें आगे आएगी तो हमारे जिले से नशे का कारोबार बंद हो जाएगा। पारता की पंचायत पूरे जिले में प्ररेणा स्त्रोत बनेगी। उन्होंने किसानों को भी जागरूक किया इस क्षेत्र में धान की खेती अधिक होती है। इसलिए किसान पराली जलाने से परहेज करें। पराली से निकलने वाला धुआं हमारे लिए नुकसानदायक है। हमें तो नुकसान देता है साथ में जो बीमार लोग है उनके लिए जानलेवा बन जाता है। ::::गांव में कई लोग नशा बेच रहे थे। पहले उन्हें समझाया था। अब गांव में कोई नशा नहीं बेच रहा है। अगर कोई गांव में गांजा, हेरोइन बेचता मिला तो उनके खिलाफ पहले पंचायत अपने स्तर पर कार्रवाई करेगी और पुलिस के हवाले करेगी। यह फैसला पूरे ग्रामीणों की सहमति से लिया गया है।

::पवन महला

सरपंच गांव पारता।

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