सात महीने बाद सांसद आज लेगी निगरानी समिति की बैठक, कई मुद्दे हैं लंबित

जागरण संवाददाता फतेहाबाद सात महीने बाद सिरसा लोकसभा सांसद सुनीता दुग्गल की अध्यक्षता में वीरवार को जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक आयोजित की जाएगी। इस बार यह बैठक लघु सचिवालय की बजाए पुराना बस अड्डा के नजदीक जाट धर्मशाला के स्थित मिड सिटी पैराडाइज बैंक्वेट हॉल में आयोजित होगी। इसके लिए अतिरिक्त उपायुक्त अजय चोपड़ा ने सभी अधिकारियों को पत्र भेजकर निर्देश दिया है कि वे 12 बजे तक उक्त स्थान पर पहुंच जाए। इतना ही नहीं अपने-अपने विभाग से संबंधित योजनाओं की नवीनतम रिपोर्ट के साथ उक्त तिथि को सही समय व स्थान पर बैठक में पहुंचना सुनिश्चित करें।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 30 Jul 2020 07:30 AM (IST) Updated:Thu, 30 Jul 2020 07:30 AM (IST)
सात महीने बाद सांसद आज लेगी निगरानी समिति की बैठक, कई मुद्दे हैं लंबित
सात महीने बाद सांसद आज लेगी निगरानी समिति की बैठक, कई मुद्दे हैं लंबित

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :

सात महीने बाद सिरसा लोकसभा सांसद सुनीता दुग्गल की अध्यक्षता में वीरवार को जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक आयोजित की जाएगी। इस बार यह बैठक लघु सचिवालय की बजाए, पुराना बस अड्डा के नजदीक जाट धर्मशाला के स्थित मिड सिटी पैराडाइज बैंक्वेट हॉल में आयोजित होगी। इसके लिए अतिरिक्त उपायुक्त अजय चोपड़ा ने सभी अधिकारियों को पत्र भेजकर निर्देश दिया है कि वे 12 बजे तक उक्त स्थान पर पहुंच जाए। इतना ही नहीं अपने-अपने विभाग से संबंधित योजनाओं की नवीनतम रिपोर्ट के साथ उक्त तिथि को सही समय व स्थान पर बैठक में पहुंचना सुनिश्चित करें। वहीं, पिछले बार मीटिग में जो मामले रखे गए थे जिनका समाधान नहीं हुआ वे भी रखे जाएंगे। इसके अलावा 11 नए मामले भी रखे जाएंगे। --------------------------

गत वर्ष दिसंबर में हुई थी बैठक, उसमें विधायक दिखे थे आक्रोशित ::

गत वर्ष 22 दिसंबर को बैठक हुई थी। उस बैठक में टोहाना व फतेहाबाद के विधायकों ने भ्रष्टाचार व अधिकारियों की मनमानी पर सवाल उठाए। टोहाना के विधायक ने नगर परिषद का भ्रष्टाचार का मामला उठाया तो फतेहाबाद के विधायक ने ठेकेदार पर रुपये लेकर कर्मचारी रखने का आरोप लगाया। इसी तरह रतिया के विधायक ने जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मनमानी से परेशान होकर कहा था कि उनके क्षेत्र के अनेक गांवों में पेयजल का संकट बना हुआ है। विभाग के अधिकारी पानी की समस्या को लेकर गंभीर नहीं। जेई तो ग्रामीणों के साथ गलत व्यवहार करते है। हालांकि कार्यकारी अभियंता तो बदल गए, लेकिन जेई का व्यवहार में सुधार नहीं हुआ।

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पिछले बार नहीं पहुंचे थे रेलवे व हाईवे के अधिकारी :

दिशा की बैठक में केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा होनी थी। बैठक में राष्ट्रीय राजमार्ग के प्रोजेक्ट डायरेक्टर व रेलवे विभाग के उपायुक्त स्तर के अधिकारी ही नहीं पहुंचे। इस बार अधिकारी बैठक में पहुंचेंगे या नहीं। यह तो आज बैठक में तय होगा। पिछले बार तो उन्होंने बैठक में न आने वाले अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। लेकिन उनके नोटिस पर अधिकारियों ने क्या जवाब दिए। यह सांसद की होने वाली बैठक में सामने आएंगे।

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बबली ने किया था दावा था भ्रष्टाचार की 500 से अधिक शिकायतों का :

गत दिसंबर में हुई बैठक में टोहाना के विधायक दे भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया था। उन्होंने कहा कि उनके पहले टोहाना क्षेत्र में पिछले पांच साल में जमकर भ्रष्टाचार हुआ था। विधायक ने दावा किया था कि टोहाना में हुए सभी भ्रष्टाचारों की उनके पास लिखित में शिकायत आई हुई जो 500 के करीब हैं। उस दौरान उन्होंने कहा था कि टोहाना नगर परिषद भ्रष्टाचार का मुख्य अड्डा रहा हैं। अस्थायी रैन बसेरा से लेकर गली के निर्माण में भ्रष्टाचार हुआ है। लोक निर्माण विभाग तो उनके खुद के गांव की सड़क नहीं बना रहा। विधायक की शिकायत के बाद सांसद सुनीता दुग्गल ने उपायुक्त को कमेटी का गठन करने का आदेश दिया था, लेकिन ये आदेश बनकर रह गए। ऐसे में कार्रवाई होना तो दूर की बात। इसके बाद विधायक ने भी चुप्पी साध ली थी।

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विधायक दुड़ाराम ने लगाए थे अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप :

दिसंबर में हुई बैठक में फतेहाबाद के विधायक दुड़ाराम ने आरोप लगाया था कि अनुबंध के आधार पर बिजली निगम, नागरिक अस्पताल व उपायुक्त कार्यालय में कई जगह पर कर्मचारी रखे जा रहे हैं। सभी जगह पर ठेकेदार रुपये लेकर कर्मचारी रख रहा है। उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए। उस दौरान विधायक ने कहा कि अधिकारी आउटसोर्सिंग पर कर्मचारी रखने के लिए 20 हजार रुपये तक ले लेते है।

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इन योजनाओं को होगा मंथन

बैठक में मनरेगा, एनआरएलएम, ग्रामीण कौशल, पीएम ग्राम सड़क योजना, पीएमएवाई, स्वच्छ भारत मिशन, राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम, पीएम कृषि सिचाई योजना, ग्रामीण ज्योति योजना, श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन, स्मार्ट सिटी मिशन, योजना, पीएम फसल बीमा योजना, राष्ट्रीय स्वास्थ्य योजना, सर्व शिक्षा अभियान, समेकित बाल विकास योजना, मिड डे मिल योजना के बारे में चर्चा की जाएगी। इसके अलावा प्रधानमंत्री उज्जवल योजना, जल मार्ग विकास योजना, प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना, डिजिटल इंडिया, इंफ्रास्ट्रक्चर से संबंधित प्रोग्राम जैसे टेलीकॉम, रेलवे, हाईवे, एनपीसीआइएल, पेट्रोलियम, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना व एमपी लैड योजनाओं की समीक्षा करेगी।

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