बीडीपीओ कार्यालय की मनमानी के खिलाफ स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने किया प्रदर्शन
संवाद सूत्र रतिया बीडीपीओ कार्यालय में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने बृहस्पतिवार को
संवाद सूत्र, रतिया :
बीडीपीओ कार्यालय में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने बृहस्पतिवार को पंचायती राज अधिकारियों की मनमानी को लेकर प्रदर्शन किया। महिलाओं का आरोप है कि बीडीपीओ कार्यालय में कार्यरत एसईपीओ व अन्य कर्मचारियों ने उनके हॉल पर पिछले 15 दिनों से कब्जा किया हुआ है। इससे उन्हें परेशानी आ रही है। अधिकारी महिलाओं के साथ राष्ट्रीय आजीविका मिशन में कार्य कर रहे कर्मचारियों को भी परेशान कर रहे है। एडीसी कार्यालय में शिकायत देने के बाद भी समाधान नहीं हो रहा। इसके बाद रोष स्वरूप महिलाएं बीडीपीओ दफ्तर के मुख्य गेट पर धरने पर बैठ गई। जब मामला एडीसी के संज्ञान में आया तो दोपहर बाद पंचायत अधिकारी के लिखित आश्वासन के बाद महिलाओं ने अपना धरना उठाया।
प्रदर्शन कर रही प्रकाश कौर, पूर्ण, जसविदर कौर, ईशा, आशिमा, मनीषा, राजविदर कौर तथा अन्य महिलाओं ने बताया कि करीब एक दशक पहले रतिया के बीडीपीओ कार्यालय में स्वर्ण जयंती स्वरोजगार योजना के तहत 20 लाख रुपये में हाल का निर्माण किया गया। उसके बाद इस हाल का प्रयोग बीडीपीओ कार्यालय द्वारा ही प्रयोग किया जाने लगा। इसके बाद केंद्र सरकार ने स्वर्ण जयंती योजना का नाम बदलकर राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन योजना रिलांच की। जो हॉल व अन्य कार्य उसे योजना के तहत हुए थे वो अब आजीविका मिशन के तहत आ गए। इसके तहत फतेहाबाद जिले के सभी ब्लाक में समूह गठित हुए तो एडीसी कार्यालय ने मिशन का हाल दो वर्ष पहले ही मिशन को सौंप दिया था। जिसमें अब प्रतिदिन ट्रेनिग का कार्य चल रहा है।
महिलाओं ने आरोप लगाया कि करीब 15 दिन पहले उनके हाल पर बीडीपीओ कार्यालय में कार्यरत एसईपीओ उमेद सिंह ने ताला लगाकर उन्हें बाहर निकला दिया। इससे उनका ट्रेनिग का कार्य प्रभावित हो रहा था। इसको लेकर गत 30 जनवरी को एडीसी कार्यालय में शिकायत भी दी, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। ऐसे में ट्रेनिग हाल फिर से लेने व संबंधित एसईपीओ पर कार्रवाई की मांग को लेकर धरना दिया गया।
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महिलाओं को समझाने पहुंचे एडीसी :
महिलाओं के आक्रोशित प्रदर्शन के बाद एसईपीओ उमेद सिंह ने भी महिलाओं को लिखित में आश्वासन दिया। वहीं एडीसी विवेश पदक सिंह भी मामले की जांच करने पहुंचे। उन्होंने महिलाओं का समझाया। वहीं बीडीपीओ कार्यालय के कर्मचारियों ने बताया कि मीटिग रूप में रिकार्ड रखा हुआ है। ऐसे में नए हाल तब तक नहीं बनता, जब तक ये परेशानी रहेगी।