आइएचआइपी पोर्टल पर ऑनलाइन होगा मरीज का रिकॉर्ड, अधिकारियों को दी ट्रेनिग

जागरण संवाददाता फतेहाबाद इंटीग्रेटेड हेल्थ इन्फार्मेशन प्लेटफॉर्म (आइएचआइपी) पर जल्द ह

By JagranEdited By: Publish:Sun, 02 Feb 2020 06:01 PM (IST) Updated:Mon, 03 Feb 2020 06:12 AM (IST)
आइएचआइपी पोर्टल पर ऑनलाइन होगा मरीज का रिकॉर्ड, अधिकारियों को दी ट्रेनिग
आइएचआइपी पोर्टल पर ऑनलाइन होगा मरीज का रिकॉर्ड, अधिकारियों को दी ट्रेनिग

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :

इंटीग्रेटेड हेल्थ इन्फार्मेशन प्लेटफॉर्म (आइएचआइपी) पर जल्द ही स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों द्वारा मरीजों का ब्योरा दर्ज किया जाएगा। जिले में फैल रही बीमारियों के बारे में अब हेल्थ अधिकारी, प्रदेश सरकार व केन्द्रीय स्वास्थ्य विभाग को हर रोज डाटा भेजा जाएगा। इसके लिए सरकार द्वारा आशा व एएनएम वर्करों को टेबलेट उपलब्ध करवाए जाएंगे।

इंटीग्रेटेड हेल्थ इन्फार्मेशन प्लेटफॉर्म पोर्टल का शुभारंभ जल्द ही किया जाएगा। जिसके लिए पिछले दिनों पंचकुला में प्रत्येक जिले के अधिकारियों को ट्रेनिग दी जा चुकी है। अब ट्रेनिग प्राप्त करने वाले अधिकारी अपने-अपने जिलों में कर्मचारियों को प्रशिक्षण दे रहे हैं और पोर्टल शुरू होने के बाद कर्मचारियों द्वारा किसी भी हाल में मरीजों का फर्जी ब्योरा तैयार नहीं किया जा सकेगा। प्रथम फेस में पिछले साल नवंबर माह में देश के सात राज्य कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उड़ीसा, यूपी, तेलांगना एवं केरल हेल्थ एंड फैमली वेलफेयर विभाग नई दिल्ली की सचिव प्रीति सुदान आइएचआइपी को लॉन्च कर चुकी है। अब हरियाणा में शुरू हुई है। इससे पहले पूरे प्रदेश में आशा व एएनएम वर्कर समेत स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों द्वारा अभी तक मरीजों का ब्योरा मैनुअली तैयार किया जाता था।

कई बार कर्मचारियों की ओर से दफ्तर में या किसी एक स्थान पर बैठकर मरीजों का डाटा तैयार कर दिया जाता था। जिसके कारण सरकार के पास वास्तविक डाटा नहीं पहुंच पाता था।

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जिला स्तर पर इन कर्मचारियों को दी गई ट्रेनिग

आइएचआइपी प्रोगाम को सिरे चढ़ाने के लिए आइडीएसपी की तरफ से जिला सिविल अस्पताल, सीएचसी, पीएचसी व उप स्वास्थ्य केन्द्र स्तर पर फॉर्म एस, पी, एल भरने वाले सभी एलटी, एमओ, फार्मसिस्ट, एएनएम, एमपीएचडब्ल्यू, इन्फोर्मेशन असीसटेंट की ट्रेनिग शुरू कर दी गई है। अब विभाग को हाइटेक करने की ओर कदम बढ़ाते हुए सरकार ने ब्योरा को पेपरलैस करने के निर्देश दिए है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने इंटीग्रेटेड हेल्थ इन्फार्मेशन प्लेटफार्म (आइएचआइपी) तैयार किया है। तैयार किए गए पोर्टल पर आशा व आंगनवाड़ी वर्कर समेत अन्य कर्मचारियों द्वारा घर-घर जाकर मौके से ही मरीज का पूरा ब्योरा ऑनलाइन दर्ज किया जाएगा। ऑनलाइन दर्ज किया गया ब्योरा प्रदेश सरकार के साथ-साथ केन्द्र सरकार को भी पहुंच सकेगा। कर्मचारियों को टेबलेट दिए जाने के बाद डाटा तैयार करने के लिए फिल्ड में जाने की ऑनलाइन मेपिग भी होगी। यदि कोई भी कर्मचारी फर्जीवाड़ा कर ब्योरा दर्ज करेगा या घर बैठे ही कार्य करेगा तो अधिकारियों को उसकी भी पूर्व सूचना मिल सकेगी।

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यह फैसला इसलिए लिया गया है ताकि मरीजों का डाटा मिल सके। कई बार महामारी फैल जाती है। अगर सरकार के पास डाटा होगा तो इसे जल्द ही कंट्रोल में किया जा सकता है। सभी आशा वर्करों व आंनगबाड़ी वर्करों को ट्रेनिग दे दी गई है। इन टेबलेट भी उपलब्ध करवाया जाएगा ताकि कागजों में कोई भी डाटा ना लिखना पड़े।

डा. विष्णु मित्तल

जिला महामारी अधिकारी फतेहाबाद

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