एनएचएम हड़ताल का रहा आंशिक असर, नहीं मिली एंबुलेंस, प्राइवेट में पहुंचे मरीज
फतेहाबाद : नेशनल हेल्थ मिशन के तहत स्वास्थ्य विभाग में लगे कर्मचारी एनएचएम क
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : नेशनल हेल्थ मिशन के तहत स्वास्थ्य विभाग में लगे कर्मचारी एनएचएम कर्मचारी संघ के आह्वान पर मंगलवार को हड़ताल पर रहे। कर्मचारी सिविल अस्पताल के सामने धरना पर बैठे। पहला दिन की हड़ताल का आंशिक असर देखने को मिला। हड़ताल में शामिल होने को लेकर नेताओं और कर्मचारियों के बीच खींचतान रही। एनएचएम कर्मचारी संघ के नेता कर्मचारियों पर हड़ताल में शामिल होने का दबाव बनाते नजर आए तो दूसरे तरफ से दूसरी यूनियन ने हड़ताल का विरोध किया।
कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से एंबुलेंस सेवा प्रभावित रही। कंट्रोल रूम में तैनात कई ड्राइवर व ईएमटी हड़ताल में शामिल हुए। इसके चलते एंबुलेंस सेवा प्रभावित हुई। हड़ताल में ड्राइवर व ईएमटी के शामिल होने के कारण मरीजों को समय पर एंबुलेंस सेवा नहीं मिली। मरीजों को प्राइवेट एंबुलेंस का सहारा लेना पड़ा। इसके अलावा स्कूल हेल्थ के तहत लगे डाक्टर व कर्मचारी भी हड़ताल पर रहे। कई पीएचसी व सीएचसी पर तैनात एएनएम और स्टाफ नर्स भी हड़ताल में शामिल हालांकि स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों ने सेवा प्रभावित न होने का दावा किया है। इन मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठे कर्मचारी
एनएचएम कर्मचारी संघ के प्रधान कुलदीप व कार्यकारिणी सदस्य नरेंद्र खरब ने कहा कि उनकी मांग है कि एनएचएम कर्मचारियों को नियमित किया जाए। नियमित कर्मचारियों को दिए जाने वाले सभी लाभ दिए जाएं। जिन कर्मचारियों को सेवा नियम का लाभ नहीं दिया गया है उन्हें दिया जाए। आउटसोर्सिंग को बंद किया जाए। सेवा नियम में संशोधन सरकार के आदेश से बनाई गई कमेटी की सिफारिश अनुसार ही किया जाए। सातवां वेतन आयोग लाभ अविलंब प्रदान किया जाए। पिछले दिनों हुई हड़ताल का वेतन दिया जाए। खरब है कि अगर मांग पूरी नहीं होती है तो अनिश्चितकालीन भी हो सकती है। स्वास्थ्य विभाग ने मिशन निदेशक को भेजी रिपोर्ट :
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक पहले दिन एनएचएम के 98 कर्मचारी हड़ताल पर रहे। स्वास्थ्य विभाग ने इसकी रिपोर्ट मिशन निदेशक को भेजी है। एनएचएम कर्मचारी संघ ने दावा किया है कि बुधवार को हड़ताल में शामिल होने वाले कर्मचारियों की संख्या बढ़ेगी। वहीं स्वास्थ्य विभाग ने भी चेतावनी दी है कि कर्मचारी अगर हड़ताल पर रहते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।