पार्क की पगडंडी में टाइल लगाने की बजाए लगा दी इंटरलॉ¨कग ईट, लोग परेशान
जागरण संवाददाता फतेाहबाद जगजीवनपुरा स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय पार्क का निर्माण करीब 4
जागरण संवाददाता, फतेहबाद:
जगजीवनपुरा स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय पार्क का निर्माण करीब 48 लाख रुपये की लागत से किया जा रहा है। पार्क के अंदर का काम पूरा हो गया है, वहीं बाहर का काम भी कुछ ही दिनों बाद पूरा होने की संभावना है। पार्क के अंदर चलने फिरने के लिए जो पगडंडी बनाई गई है उसमें टाइल लगाने की बजाए इंटरलॉ¨कग ईट लगा दी हैं। जिससे यहां पर सैर करने आने वाले बुजुर्गो को परेशानी होती है। इसका लेवल सही न होने के कारण लोगों ने कमर दर्द होने की शिकायत की है। जिसके बाद संघर्ष समिति के सदस्य हरकत में आए गए और नप अधिकारियों को शिकायत देकर जल्द इन इन ईटों को उखड़वाने के लिए कहा है। नप अधिकारियों ने कहा कि इस बारे में वे ठेकेदार से बात करेंगे।
------------------------ये हैं नियम
अगर किसी पार्क का निर्माण किया जाता है तो उसके अंदर चलने फिरने के लिए पगडंडी छोड़ी जाती है ताकि लोग इसका इस्तेमाल कर सके। इस पगडंडी पर टाइल लगाई जाती है ताकि चलने फिरने में दिक्कत न आए। लेकिन यहां पर ऐसा नहीं किया गया। टाइल की जगह इंटरलॉ¨कग ईंट का प्रयोग कर दिया गया है। जिससे लोग कमर दर्द की परेशानी में आ रहे है।
------------------------
पार्क निर्माण संघर्ष समिति ने उठाया मामला
पार्क निर्माण संघर्ष समिति का प्रतिनिधिमंडल मोहन लाल नारंग के नेतृत्व में नगरपरिषद के अधिकारियों से मिला और शिकायत दी। प्रतिनिधिमंडल में रमेश गिल्होत्रा, हरनाम ¨सह, राजेश गिल्होत्रा, संजीव गेरा, राजीव सेतिया, बनारसी दास मोंगा, कृष्ण गिल्होत्रा, हेतराम सहारण, पार्षद प्रतिनिधि अर्जुन ¨सह सहित अनेक सदस्य शामिल रहे। पार्क में लोगों के सैर करने के लिए बनाए गए ट्रेक पर इंटरलॉ¨कग ईट लगाई गई हैं जोकि सुविधाजनक नहीं है और लोगों के स्वास्थ्य बुरा प्रभाव डालती है। ट्रेक पर दो चक्कर लगाने के बाद लोग थकावट, घुटनों व कमर में दर्द महसूस करते हैं। इसको लेकर नगरपरिषद प्रधान को पहले भी अवगत करवाया गया था।इसके अलावा संघर्ष समिति ने पार्किंग की ओर बने छोटे द्वार के सुधारीकरण की मांग की ताकि बच्चे साइकिल व अन्य बड़ा सामान लेकर पार्क में न जा सकें।
------------------------
संघर्ष समिति के सदस्य मुझसे सुबह मिले थे। मौके पर जाकर निरीक्षण किया जाएगा। ठेका लिया था तब क्या शर्त थी। अगर टाइल लगाने की थी तो इंटरलॉ¨कग ईट क्यों लगाई हैं इसकी गहनता से जांच की जाएगी।
-सुरेंद्र कुमार, कार्यकारी अभियंता, नगर परिषद, फतेहाबाद।