सड़कों पर घूम रहे बेसहारा पशुओं को रेडियम टेप लगाने के आदेश हवा, हादसों का डर

सड़क हो या फिर गली हर जगह बेसहारा पशु मिल जाएंगे। प्रशासन का दावा तो ऐसा कि पूरा जिला स्ट्रे कैटल-फ्री हो चुका हैं। लेकिन वास्तव में ऐसा कुछ नहीं है। सरकार के आदेशों की अवहेलना भी अधिकारी कर रहे हैं। गर्मी का मौसम शुरू होने वाला है ऐसे में सड़क पर या सड़क किनारे बेसहारा पशुओं का जमावड़ा लग जाता है। सड़कों पर पशु इसलिए बैठते है ताकि आने जाने वाले वाहनों से हवा लग सके लेकिन ये बेसहारा पशु वाहन चालकों के लिए काल से कम नहीं होते। पिछले छह साला का जिक्र करे तो 4

By JagranEdited By: Publish:Tue, 23 Feb 2021 07:24 AM (IST) Updated:Tue, 23 Feb 2021 07:24 AM (IST)
सड़कों पर घूम रहे बेसहारा पशुओं को रेडियम टेप लगाने के आदेश हवा, हादसों का डर
सड़कों पर घूम रहे बेसहारा पशुओं को रेडियम टेप लगाने के आदेश हवा, हादसों का डर

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :

सड़क हो या फिर गली हर जगह बेसहारा पशु मिल जाएंगे। प्रशासन का दावा तो ऐसा कि पूरा जिला स्ट्रे कैटल-फ्री हो चुका हैं। लेकिन वास्तव में ऐसा कुछ नहीं है। सरकार के आदेशों की अवहेलना भी अधिकारी कर रहे हैं। गर्मी का मौसम शुरू होने वाला है ऐसे में सड़क पर या सड़क किनारे बेसहारा पशुओं का जमावड़ा लग जाता है। सड़कों पर पशु इसलिए बैठते है ताकि आने जाने वाले वाहनों से हवा लग सके, लेकिन ये बेसहारा पशु वाहन चालकों के लिए काल से कम नहीं होते। पिछले छह साला का जिक्र करे तो 48 लोग अपनी जान गवां चुके है तो 150 लोग घायल हो चुके है। यह तो वह आंकड़ा है जिनमें मामला दर्ज हो चुका है। इसके अलावा अनेक ऐसे हादसे है जिनका रिकॉर्ड तक नहीं होता।

प्रदेश सरकार ने पांच महीने पहले जिला प्रशासन को आदेश दिए थे कि शहर व गलियों में घूमने वाले बेसहारा पशुओं के सींग या फिर गले में रेडियम टेप लगाई जाए ताकि रात के समय पशु आसानी से दिखाई दे सके। अंधेरा होने के कारण काले रंग के पशु दिखाई नहीं देते और हादसे का कारण बनता है। लेकिन जिला प्रशासन इन नियमों को लागू नहीं कर पाया है।

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नप नहीं पकड़ रही बेसहारा पशुओं को

नगरपरिषद नंदीशाला को हर साल एक लाख रुपये की राशि देता है। नंदीशाला को रुपये इसी शर्त में दिया जाता है कि शहर में घूमने वाले बेसहारा पशुओं को पकड़ा जा सके। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हो रहा है। पिछले दिनों नंदीशाला प्रबंधक की तरफ से इन पशुओं को पकड़े भी गए थे। लेकिन अब ऐसा नहीं है। शहर के मुख्य सड़कों पर पशुओं का जमावड़ा रहता है। यहीं हाल टोहाना, जाखल व रतिया का है। यहां भी पशु वाहन चालकों के लिए परेशानी खड़ी कर रहे है।

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आंकड़ों से समझें स्थिति

वर्ष मौत घायल

2015 13 40

2016 10 20

2017 07 30

2018 05 10

2019 03 15

2020 10 25

2021 00 10

मौत : 48

घायल : 150

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62 गोशालाएं हैं जिले में

50,000 गोवंश हैं इनमें

9 है जिले में नंदीशालाओं की संख्या

15,000 गोवंश हैं इनमें

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प्रदेश सरकार ने जो आदेश दिए हैं उसे हर हाल में लागू किया जाएगा। मुख्य सफाई निरीक्षक से इस बारे में बात करके बैठक बुलाई जाएगी। शहर की सड़कों पर जितने भी ये बेसहारा पशु घूम रहे है उन्हें चिहित किया जाएगा और रेडियम टेप लगाई जाएगी।

अरविद बाल्यान,

ईओ नगरपरिषद, फतेहाबाद।

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