महकमा कंगाल, 77 सड़कें खस्ताहाल
जागरण संवाददाता फतेहाबाद कृषि विपणन बोर्ड यानी मार्केटिग बोर्ड रुपये वाला बोर्ड है। इसकी
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : कृषि विपणन बोर्ड यानी मार्केटिग बोर्ड रुपये वाला बोर्ड है। इसकी वजह है कि प्रत्येक जिले के बोर्ड को प्रति वर्ष 150 से 300 करोड़ रुपये तक का राजस्व अनाज मंडियों से मिलता हैं। इसके चलते प्रदेश के चंद बोर्डो में शामिल मार्केटिग बोर्ड का भंडार भरा रहता है। बोर्ड के अधिकारी इन रुपयों का प्रयोग गांवों में सड़क बनाने में अधिक करता है। बोर्ड को प्रत्यक्ष आय होने के चलते मार्केटिग बोर्ड की सड़के तय समय पर पुन निर्माण हो जाती है। इसके चलते आमजन को ज्यादा परेशानी भी नहीं आती।
परंतु अब परेशानी यह है कि करीब आठ महीने पहले मार्केटिग बोर्ड की 77 सड़कें सरकार के दिशानिर्देशानुसार लोक निर्माण विभाग को ट्रांसफर कर दी। उस दौरान अधिकारियों ने दावा किया था कि लोक निर्माण विभाग के अधीन आए सभी रोड को चौड़ा किया जाएगा। लेकिन अब रोड का चौड़ा करना तो दूर पेच वर्क तक नहीं किया जा रहा। कई रोड तो ऐसे हैंजो पूरी तरह टूट गए हैं। लेकिन उनका दोबारा निर्माण नहीं हो रहा। नतीजन वाहन चालकों को भी परेशानी उठानी पड़ रही है।
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फतेहाबाद मार्केटिग बोर्ड को गत वर्ष हुई थी 140 करोड़ रुपये की आय :
फतेहाबाद कृषि विपणन बोर्ड को गत वर्ष जिले की 7 अनाज मंडियों से 150 करोड़ रुपये की आय हुई थी। यह आय 100 करोड़ रुपये मार्केट फीस तो वहीं 40 करोड़ रुपये हरियाणा ग्रामीण विकास फंड से मिले थे। वहीं लोक निर्माण विभाग को फंड के लिए सरकार पर निर्भर होना पड़ता है। जबकि मार्केट बोर्ड को किसानों व व्यापारियों की बीच हुई खरीद से प्रत्यक्ष आय होती है। ऐसे में मार्केटिग बोर्ड के अधिकारी अपने अधीन आने वाली सड़कों को तुरंत प्रभाव से बना देते है।
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ट्रांसफर की गई सड़कें होनी थी 12 से 18 फीट चौड़ी
मार्केटिग बोर्ड ने लोक निर्माण विभाग को ट्रांसफर की जिले की 77 सड़कें ट्रांसफर की थीं। जिनमें रतिया विधानसभा की सबसे अधिक 45, फतेहाबाद की 21 तो टोहाना की 11 सड़कें शामिल थीं। खस्ताहाल सड़कों का पुन निर्माण करते हुए इनको चौड़ा करना था। सड़क पर ट्रैफिक के अनुरूप 12 फीट से 16 व 18 फीट की चौड़ी करने का प्रस्ताव है। लेकिन अब विभाग के बजट का अभाव के चलते पेच वर्क भी नहीं हुआ।
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ये प्रमुख सड़कें जो लोक निर्माण विभाग के सुपुर्द की गई :
सड़क लंबाई (किमी.में)
भोडियाखेड़ा से बीघड़ 5.12
अयाल्की से ढाणी ठोबा 3.35
झलनियां से भूथन 5
करनौली से पंजाब बोर्डर 2.80
हिजरावांखुर्द से हरिपुरा धाम 2.4
अहलीसदर से करनौली 2.37
मानावाली से खैरातीखेड़ा 4
भोडियाखेड़ा से मानावाली 2.8
अहरवां से पालसर 3
दरियापुर से हिजरावाकलां 4
नागपुर से अलीकां 10
लाली से रत्ताखेड़ा 3
कमाना से भूंदड़वास 4
जल्लोपुर से रत्ताखेड़ा 3
मेहमड़ा से बादलगढ़ 4
जल्लोपुर से दादुपुर 2
सुखमनपुर से चंदोकलां 3
लदुवास से खाई 4
खुनन से भडोलावाली 4
हासंगा-पांडरी 2
सनियाना से ढाणी भोजराज 4
जांडली खूर्द से नाढ़ोड़ी 6
चंद्रावल से भूथन 4
इंदाछोई से धारसूल 7
ठरवी से बोस्ती 4
गोरखपुर से दहमान रोड 3
गोरखुपर से कुम्हारिया 8
रामसरा से गदली 4
किरढ़ान से शेखुपुर दड़ोली 4
सुलीखेड़ा से किरढ़ान 5
किरढ़ान से सिरढान 3
कुम्हारिया से खाराखेड़ी 5
बड़ोपल से कुम्हारिया 7
धारनियां से ढांड 6
------------------------- कृषि विपणन बोर्ड से जो 77 सड़कें ट्रांसफर होकर हमारे विभाग में आई थीं। उनमें कुछ सड़कों की हालत खराब थी। हमारे विभाग के अधिकारियों ने उन सभी सड़कों का एस्टीमेट बनाकर निदेशालय भेज दिया। मंजूर होने के बाद काम शुरू करवा दिया जाएगा। उम्मीद है कि जल्द ही मंजूरी मिल जाए।
- कृष्ण कुमार गोयत, कार्यकारी अभियंता, लोक निर्माण विभाग।