गांवों में पिछले 12 दिनों से नहीं हो रही सफाई

जागरण संवाददाता फतेहाबाद ग्रामीण सफाई कर्मचारी अपनी कई मांगों को लेकर पिछले 12 दि

By JagranEdited By: Publish:Sat, 07 Sep 2019 11:03 PM (IST) Updated:Sat, 07 Sep 2019 11:03 PM (IST)
गांवों में पिछले 12 दिनों से नहीं हो रही सफाई
गांवों में पिछले 12 दिनों से नहीं हो रही सफाई

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद :

ग्रामीण सफाई कर्मचारी अपनी कई मांगों को लेकर पिछले 12 दिनों से हड़ताल पर बैठे हैं। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में सार्वजनिक जगहों की सफाई नहीं हो पा रही है। गांवों में जगह-जगह गंदगी के ढेर लग गए हैं। ग्रामीण सफाई कर्मचारियों का कहना है कि जब तक मांगें पूरी नहीं होती, तब तक उनका धरना जारी रहेगा। जिले में करीब 640 ग्रामीण सफाई कर्मचारी हैं। ये जिले की 256 पंचायतों में सफाई व्यवस्था बनाते हैं। अब ये सरकार से पीएफ व ईएसआइसी जैसी अपनी मूलभूत मांगों को लेकर पिछले 12 दिनों से धरने पर बैठे हैं।

वैसे गांवों में सफाई कर्मचारी सार्वजनिक जगहों की सफाई करने के साथ नालियों की सफाई लगातार करते हैं। इससे गांव के लोगों को बड़ी राहत मिल जाती है। परंतु अब इनकी हड़ताल के चलते गांवों में सफाई नहीं की। इससे सार्वजनिक जगहों पर कूड़े के ढेर लग गए। गांव बड़ोपल में ग्राम सचिवालय के साथ पुराने सेंट्रल बैंक के भवन के पास कूड़ा कर्कट का ढेर लग गया। ग्रामीण अभय गौतम, विकास, कृष्ण, हनुमान, सुशील व मुरारी ने बताया कि अब उनकी दुकानों के पास गंदगी का ढेर लग गया। सरकार जल्द से जल्द सफाई कर्मचारियों को काम पर भेजे, ताकि गांव फिर से सुंदर व स्वच्छ बन सके।

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नालियों की जमी गंदगी निकालते हैं सफाई कर्मचारी :

सफाई कर्मचारी झाड़ू लगाने के साथ गांवों में पानी निकासी के उचित प्रबंध के लिए गंदे पानी निकासी के लिए बनाई गई नालियों की नियमित सफाई करते हैं। इससे नाली में पड़ा पोलीथीन व अन्य कबाड़ बाहर निकल जाता है। पानी नालियों से बाहर जोहड़ में चला जाता है। परंतु अब सफाई कर्मचारियों की हड़ताल की वजह से नालियों में गंदगी के ढेर लग गए। इससे ग्रामीणों को परेशानी आ रही है। गांव गोरखपुर, भिरड़ाना व नागपुर जैसे बड़े गांवों में इससे ग्रामीण बहुत अधिक परेशान है। नालियों में कूड़ा कर्कट की वजह से अब गलियों में गंदा पानी ठहरने लगा है।

-----------------------------सफाई कर्मचारियों की सरकार ने कुछ मांग मान ली है। उम्मीद है कि इनका प्रदर्शन जल्द ही खत्म हो जाएगा। इसके बाद सफाई कर्मचारी फिर से गांव को स्वच्छ बनाने में अपना योगदान देंगे।

- बलजीत चहल, डीडीपीओ।

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