महाराष्ट्र की ऐतिहासिक धरोहरों से होंगे रूबरू

अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तमेले में इस बार दर्शकों को महाराष्ट्र की ऐतिहासिक धरोहरों से रूबरु होने का भी मौका मिलेगा। मेला परिसर में महाराष्ट्र के शिवा जी के रायगढ़ के किले का मॉडल बनाया जाएगा मेला परिसर की दीवारों की पें¨टग से महाराष्ट्र के इतिहास और कल्चर का भी पता चलेगा।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Nov 2018 08:17 PM (IST) Updated:Fri, 16 Nov 2018 08:17 PM (IST)
महाराष्ट्र की ऐतिहासिक 
धरोहरों से होंगे रूबरू
महाराष्ट्र की ऐतिहासिक धरोहरों से होंगे रूबरू

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले में इस बार दर्शकों को महाराष्ट्र की ऐतिहासिक धरोहरों से रूबरू होने का भी मौका मिलेगा। मेला परिसर में महाराष्ट्र के शिवा जी के रायगढ़ के किले का मॉडल बनाया जाएगा मेला परिसर की दीवारों की पें¨टग से महाराष्ट्र के इतिहास और कल्चर का भी पता चलेगा। शुक्रवार को महाराष्ट्र पर्यटन विभाग के प्रबंध निदेशक अभिमन्यु काले ने हरियाणा पयर्टन निगम के प्रबंध निदेशक विकास यादव के साथ मेला परिसर का दौरा किया और तैयारियों पर विस्तार से चर्चा भी की। विकास यादव ने अभिमन्यु काले का स्वागत किया।

महाराष्ट्र पर्यटन विभाग और हरियाणा पयर्टन निगम के अधिकारियों ने छोटी व बड़ी चौपाल का भी दौरा किया। सुरक्षा के इंतजामों पर भी चर्चा की गई। विकास यादव ने महाराष्ट्र के अधिकारियों को हरियाणा के अपना घर के बारे में जानकारी दी। इस पर अभिमन्यु काले ने कहा कि मेला परिसर में महाराष्ट्र का खूबसूरत अपना घर बनाया जाएगा। बता दें कि इस बार नए वर्ष में फरवरी में लगने वाले मेले में महाराष्ट्र थीम स्टेट है। इसलिए इस बार महाराष्ट्र के मेला में खूबसूरत रंग बिखरेंगे। अभिमन्यु काले ने बताया कि मेला परिसर में शिवा जी का किला तो बनेगा ही, साथ ही महाराष्ट्र के अलग-अलग ऐतिहासिक द्वार भी बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि मेले की चौपाल पर एक तरफ जहां सांस्कृतिक रंगों की खुशबू बिखरेगी, वहीं महाराष्ट्र के व्यंजनों के अलग-अलग स्टाल लोगों को अपनी ओर खींचेगे। चौपाल पर लावणी, गौंधल, कोवाड़ा और भारुड़ नृत्य आकर्षण का केंद्र रहेंगे। इस मौके पर सूरजकुंड मेला के नोडल अधिकारी राजेश जून, अतिरिक्त मेला प्रशासक मनीता मलिक, मुख्य अभियंता केके यादव, महाप्रबंधक दिलावर ¨सह भी मौजूद रहे।

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