फरीदाबाद में बाजार के अतिक्रमण को खत्म करने के लिए हुई मुनादी, अब निगम करेगा सीलिंग की कार्रवाई

भीड़ वाले बाजारों में शामिल एनआइटी एक मार्केट से अतिक्रमण खत्म करने के लिए अब नगर निगम ठोस कदम उठाने की तैयारी में है। इसको लेकर नगर निगम ने पूरे बाजार में मुनादी करवाई है। निगम एनआइटी एक मार्केट की सड़क के बीच डिवाइडर बनाने की तैयारी कर रहा है। ताकि लोगों को आने और जाने के दो रास्ते मिल सके।

By Jagran NewsEdited By: Abhishek Tiwari Publish:Tue, 09 Apr 2024 09:02 AM (IST) Updated:Tue, 09 Apr 2024 09:02 AM (IST)
फरीदाबाद में बाजार के अतिक्रमण को खत्म करने के लिए हुई मुनादी, अब निगम करेगा सीलिंग की कार्रवाई
फरीदाबाद में बाजार के अतिक्रमण को खत्म करने के लिए हुई मुनादी

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। शहर के सबसे भीड़ वाले बाजारों में शामिल एनआइटी एक मार्केट से अतिक्रमण खत्म करने के लिए अब नगर निगम ठोस कदम उठाने की तैयारी में है। इसको लेकर नगर निगम ने पूरे बाजार में मुनादी करवाई है।

मुनादी में अतिक्रमण करने वाले दुकानदारों को चेतावनी दी गई है कि अगर वह बृहस्पतिवार तक सड़क से अपना सामान नहीं हटाते है तो सीधा अब सीलिंग की कार्रवाई शुरू की जाएगी। इसके लिए कोई नोटिस नहीं जारी किया जाएगा। एनआइटी एक मार्केट में करीबन एक हजार के दुकाने है।

सुबह और शाम के समय अतिक्रमण की वजह से मार्केट की सड़क से लोगों का निकलना मुश्किल हो जाता है। नगर निगम की ओर से कई बार अतिक्रमण को हटाने के लिए कार्रवाई की जाती है, लेकिन दुकानदार दो दिन बाद ही अपना सामान सड़क पर रख देते है।

इसके अलावा कुछ दुकानदारों ने अपने दुकान के आगे खाली जगह को रेहड़ी पटरी विक्रेताओं को किराए पर दिया हुआ है। इनसे प्रतिदिन 500 रुपये लिए जाते है।

सड़क के बीच में बनाया जाएगा डिवाइडर

निगम एनआइटी एक मार्केट की सड़क के बीच डिवाइडर बनाने की तैयारी कर रहा है। ताकि लोगों को आने और जाने के दो रास्ते मिल सके।

अभी डिवाइडर न होने की वजह से लोग सड़क के बीच में ही अपना वाहन खड़ा कर देते है। जिससे पूरे बाजार में जाम की स्थिति बनती है। यहां पर खरीददारी के लिए आने वाले ग्राहकों को भी परेशानी होती है।

पूरे बाजार में मुनादी करवा दी गई है। दुकान के आगे अतिक्रमण किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सड़क के बीच में डिवाइडर बनाने की योजना है। इसको लेकर व्यापारिक संगठन के साथ जल्द बैठक होगी।

जितेंद्र गर्ग, संयुक्त आयुक्त एनआइटी

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