दिल्ली-वड़ोदरा-मुंबई एक्सप्रेस-वे की अलाइमेंट में होगा बदलाव

दिल्ली-वड़ोदरा-मुंबई एक्सप्रेस-वे की राह में अड़चनें दूर होने का नाम नहीं ले रही हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 Jan 2022 08:53 PM (IST) Updated:Tue, 18 Jan 2022 08:53 PM (IST)
दिल्ली-वड़ोदरा-मुंबई एक्सप्रेस-वे की अलाइमेंट में होगा बदलाव
दिल्ली-वड़ोदरा-मुंबई एक्सप्रेस-वे की अलाइमेंट में होगा बदलाव

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : दिल्ली-वड़ोदरा-मुंबई एक्सप्रेस-वे की राह में अड़चनें दूर होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब बाईपास किनारे सेक्टर-29 और बुढि़या नाले के पास संतोष नगर में दो डिस्पोजल की वजह से एक्सप्रेस-वे की अलाइमेंट में बदलाव करना पड़ेगा। इन डिस्पोजल को शिफ्ट करने में करीब 80 करोड़ रुपये खर्च करने पड़ेंगे। इसमें समय भी अधिक लगेगा। इसलिए अब हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) को आगरा नहर की ओर अलाइमेंट करने का प्रस्ताव दिया है। यहां सिचाई विभाग की जमीन है। विभाग से जमीन टेकओवर करने की भी प्रक्रिया शुरू करने की अनुमति मांगी गई है। पता चला है कि अलाइमेंट बदलने के लिए एनएचएआइ अधिकारी भी राजी हो गए हैं। अब जमीन एनएचएआइ के पास आने के बाद कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।

बता दें अवैध निर्माण बचाने के लिए ऐतमादपुर और बड़ौली गांव के सामने बाईपास ऐलिवेटेड सड़क बनाई जा रही है। यहां अवैध निर्माण हटाने की बजाए ग्रीनबेल्ट को उजाड़ दिया गया है। हजारों पेड़-पौधों की बलि चढ़ चुकी है। इसका शहरवासियों ने खूब विरोध किया था, लेकिन सुनवाई नहीं हुई।

31 मार्च तक कब्जा देने का दावा

सेक्टर-37 से लेकर कैल गांव तक करीब 26 किलोमीटर लंबी बाईपास है। इस पर एक्सप्रेस-वे का निर्माण शुरू हो गया है। एचएसवीपी अधिकारियों का दावा है कि 21 किलोमीटर बाईपास को एनएचएआइ को हैंडओवर किया जा चुका है। बाकी जगह छोटी-बड़ी अड़चनें हैं। इस वजह से इन जगह काम शुरू नहीं हो सका है।

झुग्गीवासी भी बने हैं बाधा

बाईपास किनारे झुग्गी भी बाधा बने हुए हैं। इनका केस हाईकोर्ट में विचाराधीन है। वहां से स्टे भी मिला हुआ है। इसलिए एचएसवीपी को झुग्गी हटाने से पहले इन्हें फ्लैट देने होंगे। इन्हें फ्लैट देने की प्रक्रिया शुरू होने वाली है। इसी महीने यह प्रक्रिया शुरू भी हो जाएगी। एचएसवीपी सर्वे शाखा की टीम झुग्गी का निरीक्षण कर चुके हैं।

तीन पंपों का अटका पेच

बाईपास किनारे कई सीएनजी और पेट्रोल पंप हैं। इनमें से एक सीएनजी और दो पेट्रोल पंप ऐसे हैं जिन्हें शिफ्ट करने के लिए जगह नहीं है। इन्हें कहीं और शिफ्ट करने के लिए मुख्यालय से अनुमति मांगी गई है। बाकी पंप को पीछे की ओर शिफ्ट कर दिया जाएगा।

जल्द हो सकती है तोड़फोड़

बाईपास किनारे कब्जे व अतिक्रमण के सफाये के लिए 20 या 21 जनवरी से तोड़फोड़ शुरू हो सकती है। सर्वे शाखा की ओर से तोड़फोड़ का शेड्यूल तैयार कर लिया है। इसे अनुमति के लिए संपदा अधिकारी के पास भेज दिया है। यदि समय पर पुलिसबल मिल गया तो कार्रवाई शुरू हो जाएगी। करीब सप्ताहभर तक ये कार्रवाई बाईपास पर होगी।

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बाईपास का निरीक्षण किया जा चुका है। जो अड़चनें हैं, उन्हें दूर करने के लिए नगर निगम अधिकारियों से बात हो रही है। पूरी कोशिश है कि 31 मार्च तक पूरी बाईपास से अड़चनें दूर कर दी जाएं। इस दिशा में तेजी से काम चल रहा है।

- जितेंद्र दहिया, प्रशासक, एचएसवीपी।

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