पुल निर्माण में बिजली की लाइन आई आड़े

राष्ट्रीय राजमार्ग गुरुग्राम नहर पर बनाए जाने वाले छह लेन पुल के निर्माण कार्य में साइडों में खड़ी बिजली की हाईटेंशन लाइन बाधक बनी हुई हैं। साइड पर मशीनों से खोदाई का काम शुरू हो चुका है। यहां पर मशीन काफी बड़ी हैं जो पुल के पीलर बनाने के लिए 50 फुट नीचे से फाउंडेशन बनाने के लिए खोदाई का काम कर रही हैं। बिजली की लाइनों से मशीन में करंट लग सकता है और कोई बड़ी दुघर्टना घट सकती है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 04 Jul 2020 07:06 PM (IST) Updated:Sat, 04 Jul 2020 07:06 PM (IST)
पुल निर्माण में बिजली 
की लाइन आई आड़े
पुल निर्माण में बिजली की लाइन आई आड़े

जागरण संवाददाता, बल्लभगढ़ : राष्ट्रीय राजमार्ग गुरुग्राम नहर पर बनाए जाने वाले छह लेन पुल के निर्माण कार्य में साइडों में खड़ी बिजली की हाईटेंशन लाइन आड़े आ रही हैं। साइड पर मशीनों से खोदाई का काम शुरू हो चुका है। यहां पर मशीन काफी बड़ी हैं, जो पुल के पिलर बनाने के लिए 50 फुट नीचे से फाउंडेशन बनाने के लिए खोदाई का काम कर रही हैं। बिजली की लाइनों से मशीन में करंट लग सकता है और कोई बड़ी दुघर्टना घट सकती है।

राष्ट्रीय राजमार्ग को छह लेन बनाया जा चुका है। अभी गुरुग्राम नहर पर चार लेन पुल है। चार लेन पुल की वजह से राजमार्ग के छह लेन होने का कोई लाभ नहीं मिल रहा है। राजमार्ग पर सभी वाहन सीधे फर्राटा भरें, इसे ध्यान में रखते हुए अब गुरुग्राम नहर पर गावर कंस्ट्रक्शन कंपनी ने छह लेन पुल बनाने का काम शुरू कर दिया है। पुल के पिलर बनाने के लिए मशीन मौके पर बेरिकेडिग करके खोदाई का काम कर रही है। नहर होने की वजह से लाइनों को भूमि के नीचे दबा कर भी दूर निकाला गया है। इनमें भारत संचार टेलीफोन निगम की लाइनें भी शामिल हैं। यदि ये लाइन मशीनों से कट गईं, तो पूरे शहर का नेट वर्क ठप हो जाएगा। क्योंकि यहां से इंटरनेट की लाइन भी जा रही है। इन लाइनों की वजह से मशीनों से निर्माण कार्य बहुत ज्यादा ध्यान रखते हुए किया जा रहा है। हमने बिजली की हाईटेंशन लाइन और टेलीफोन निगम की लाइनों को बदलने के लिए दोनों विभागों को लिख कर भेज दिया है। सबसे ज्यादा दिक्कत बिजली की लाइनों की है। क्योंकि करंट लगने से नुकसान हो सकता है।

-जय शर्मा, इंजीनियर गावर कंस्ट्रक्शन कंपनी बिजली की लाइनों को हटाने के लिए इस्टीमेट बनाकर सरकार के पास भेज दिया है। जैसे ही इस्टीमेट मंजूर होकर आएगा, तुरंत इन लाइनों को बदल दिया जाएगा।

-जितेंद्र सिंह ढुल, कार्यकारी अभियंता, दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम बल्लभगढ़

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