हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद जांच के नाम पर पुलिस के हाथ खाली

राष्ट्रीय राजमार्ग पर चार साल पहले सड़क हादसे में तीन वर्षीय पवित्र की मौत मामले में हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी जांच के नाम पर पुलिस के हाथ खाली हैं। अभी तक पुलिस यह स्पष्ट नहीं कर सकी है कि सड़क पर गड्ढा किस अधिकारी की लापरवाही से था। बता दें यह मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है। 30 जुलाई को हाईकोर्ट ने जिला पुलिस को आदेश दिया था कि इस मामले जांच की जाए और यह पता लगाया जाए कि गड्ढे क्यों थे और इसके लिए कौन अधिकारी जिम्मेदार हैं। यहां पुलिस आयुक्त अमिताभ ढिल्लो की ओर से जांच का जिम्मा बल्लभगढ़ जोन के सहायक पुलिस आयुक्त बलवीर ¨सह को सौंपी थी। अब पुलिस को मंगलवार को इस मामले में हाईकोर्ट के समक्ष जवाब देना होगा। उधर पवित्र के पिता मनोज वधवा सोमवार को ही चंडीगढ़ पहुंच ग

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 Aug 2018 09:18 PM (IST) Updated:Mon, 20 Aug 2018 09:18 PM (IST)
हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद जांच के नाम पर पुलिस के हाथ खाली
हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद जांच के नाम पर पुलिस के हाथ खाली

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद: राष्ट्रीय राजमार्ग पर चार साल पहले सड़क हादसे में तीन वर्षीय पवित्र की मौत मामले में हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी जांच के नाम पर पुलिस के हाथ खाली हैं। अभी तक पुलिस यह स्पष्ट नहीं कर सकी है कि सड़क पर गड्ढा किस अधिकारी की लापरवाही से था। बता दें यह मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है। 30 जुलाई को हाईकोर्ट ने जिला पुलिस को आदेश दिया था कि इस मामले जांच की जाए और यह पता लगाया जाए कि गड्ढे क्यों थे और इसके लिए कौन अधिकारी जिम्मेदार हैं। यहां पुलिस आयुक्त अमिताभ ढिल्लो की ओर से जांच का जिम्मा बल्लभगढ़ जोन के सहायक पुलिस आयुक्त बलवीर ¨सह को सौंपा गया था। अब पुलिस को मंगलवार को इस मामले में हाईकोर्ट के समक्ष जवाब देना होगा। उधर, पवित्र के पिता मनोज वधवा सोमवार को ही चंडीगढ़ पहुंच गए थे। वधवा ने फोन पर बताया कि जब सभी को दिखाई दे रहा है कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर ही गड्ढा था जो पुलिस ऐसे अधिकारियों के नाम सामने क्यों नहीं ला रही है। वधवा के अनुसार वह मंगलवार को अपने वकील के माध्यम से अपना पक्ष मजबूत तरीके से रखेंगे।

साढ़े चार साल पहले यह हुई थी घटना

बता दें कि फरीदाबाद के सेक्टर-16 निवासी मनोज वधवा के तीन वर्षीय बेटे पवित्र की 10 फरवरी 2014 की शाम बाटा चौक पर सड़क हादसे में मौत हो गई थी। मनोज वधवा पत्नी टीना वधवा और पवित्र के साथ स्कूटर पर बल्लभगढ़ से अपने घर लौट रहे थे। बाटा चौक के पास उनका स्कूटर सड़क पर बने एक गड्ढे में फंसकर गिर गया। सड़क पर गिरकर लगी चोटों के कारण पवित्र की मौत हो गई। पुलिस ने अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी। मनोज वधवा कहते रहे कि हादसे का कारण गड्ढा था। वह संबंधित एजेंसी के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करते रहे। बावजूद पुलिस अपने पुराने ढर्रे पर चलती रही। लिहाजा इंसाफ के लिए मनोज ने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। हम मामले की जांच में जुटे हुए हैं। अभी इस मामले में कुछ नहीं कहा जा सकता और न ही यह बता सकते हैं कि इसमें किस अधिकारी का दोष है। हम हाईकोर्ट के समक्ष जांच के लिए और समय देने का आग्रह करेंगे। अभी तक की जांच में हम किसी नतीजे पर नहीं पहुंचे हैं।

-बलवीर ¨सह, सहायक पुलिस आयुक्त, बल्लभगढ़।

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