गेहूं पर 10 फीसद आयात शुल्क लगाने का किसानों ने किया स्वागत

जागरण संवाददाता, बल्लभगढ़:केंद्र सरकार द्वारा गेहूं पर 10 फीसद आयात शुल्क लगाने के फैसले का किसानों

By JagranEdited By: Publish:Wed, 29 Mar 2017 05:08 PM (IST) Updated:Wed, 29 Mar 2017 05:08 PM (IST)
गेहूं पर 10 फीसद आयात शुल्क लगाने का किसानों ने किया स्वागत
गेहूं पर 10 फीसद आयात शुल्क लगाने का किसानों ने किया स्वागत

जागरण संवाददाता, बल्लभगढ़:केंद्र सरकार द्वारा गेहूं पर 10 फीसद आयात शुल्क लगाने के फैसले का किसानों ने स्वागत किया है और इसे किसान के हित में अच्छा कदम बताया है।

अब तक गेहूं पर आयात शुल्क नहीं था। जब गेहूं की फसल तैयार होती और मंडी में पहुंचती तो उसके भाव घटाने के लिए बड़े व्यवसायी विदेशों से गेहूं को आयात कर लेते थे। इससे देश के अंदर गेहूं की मांग घट जाती थी। ऐसे में किसानों के गेहूं को कोई भी व्यापारी खरीदने के लिए तैयार नहीं होता था। मजबूरी में सरकार को ही समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदना पड़ता था। अब सरकार ने गेहूं के आयात पर 10 फीसद शुल्क लगा दिया है तो बड़े व्यापारी जो बाजार में अपना आटा बेचते हैं, वे विदेश से गेहूं मंगाने के बजाय सीधे किसानों से खरीदेंगे। ऐसे में वे किसानों को गेहूं का अच्छा भाव देंगे।

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केंद्र सरकार ने गेहूं पर आयात शुल्क 10 फीसद लगा कर एक अच्छा फैसला लिया है। ये किसानों के हित में है। सरकार का ये कदम 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने दिशा में है। इस बार गेहूं की बंपर फसल है। यदि आयात शुल्क नहीं लगाया जाता तो गेहूं की फसल के खरीददार नहीं मिलते और किसानों का कृषि के प्रति मोह भंग हो जाता।

-कृष्ण, घरोड़ा।

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गेहूं पर आयात शुल्क लगाने से अब किसानों से घर जाकर व्यापारी अनाज खरीद कर लाएंगे। पहले फ्लोर मिल मालिक किसानों से सीधा गेहूं नहीं खरीदते थे। वे विदेश से आयात कर लेते थे। अब वे आयात नहीं कर पाएंगे। ऐसे में उन्हें मजबूर होकर किसानों से ही गेहूं खरीदना पड़ेगा। इस बार गेहूं का भाव फसल के मौसम में नहीं घटेगा, जिसका किसानों को लाभ होगा।

-अजीत यादव, मिर्जापुर।

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