शहर ने ओढ़ी कोहरे की चादर

-तापमान छह डिग्री से नीचे आया -दृश्यता 20 से 30 मीटर रह गई -दिन में जलानी पड़ी फाग लाइट -गर्म

By Edited By: Publish:Sun, 21 Dec 2014 07:35 PM (IST) Updated:Mon, 22 Dec 2014 04:06 AM (IST)
शहर ने ओढ़ी कोहरे की चादर

-तापमान छह डिग्री से नीचे आया

-दृश्यता 20 से 30 मीटर रह गई

-दिन में जलानी पड़ी फाग लाइट

-गर्म कपड़ों की मांग बढ़ी

21 पीडब्ल्युएल- 14 नंबर

----------------------

जागरण संवाददाता, पलवल :

सर्द मौसम की शुरुआत होने के बाद यह पहला रविवार रहा, जो सबसे ठंडा महसूस हुआ। रविवार को न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा। इलाका सुबह 10 बजे तक कोहरे की चादर में लिपटे हुए नजर आया। दृश्यता घटकर 20 से 30 मीटर रह गई। शीतलहर के थपेड़ों ने लोगों को बेहाल किए रखा। अवकाश होने के कारण स्कूली बच्चों और दैनिक कामकाजी लोग राहत में रहे। अन्य लोग भी हाड़ कंपकपाती ठंड के कारण घरों में ही दुबकने को मजबूर हो गए। शाम पांच बजे के बाद रेलवे रोड पर स्थिति यह थी कि इक्का दुक्का लोग ही आते जाते दिखाई दिए। सुबह आठ बजे तक तो सड़क पर ऐसे हालात थे कि 10 मीटर आगे तक कुछ नहीं दिखाई दे रहा था। राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहन रेंग रेंग कर चले। वाहनों को फाग लाइट जलानी पड़ी। यही हाल दूसरे प्रमुख मार्गों पर रहा। ग्रामीण क्षेत्र में तो कोहरा दस बजे के बाद तक बना हुआ था।

-----

खरीददारी के लिए उमड़ी भीड़

ठंड के साथ हवा में नमी और शीतलहर चलने के कारण लोगों को इससे बचने के अधिक उपाय करने पड़ रहे हैं। बाजार में वस्त्र विक्रेताओं के पास खरीदारों की संख्या बहुत ज्यादा रही। हालांकि रविवार होने के कारण स्थानीय बाजार बंद रहता है लेकिन इसके बावजूद कुछ वस्त्र विक्रेताओं ने दुकानें खोली। इसी तरह बस स्टैंड चौक के निकट पटरी पर बैठे रहने वाले विक्रेताओं के पास भी गर्म वस्त्र खरीदने वालों की अच्छी खासी भीड़ रही।

-----

छुट्टी का मजा हुआ किरकिरा

रविवार की छुट्टी का दिन अधिकांश लोग ताऊ देवीलाल पार्क, बाजार में शॉ¨पग करना और अन्य दर्शनीय स्थलों को घूमने जाते हैं लेकिन शीतलहर के चलते लोग घरों से निकले ही नहीं। लोगों ने खुद को शीतलहर की चपेट में आने से बचकर रहने में भलाई समझी। अधिकांश लोग तो घरों में भी अलाव जलाकर आग तापते रहे। कइयों ने रूम हीटर व अंगीठी का सहारा भी लिया।

-----

रेल व सड़क परिचालन हुआ बाधित

कोहरे के चलते सबसे ज्यादा प्रभाव रेल परिचालन पर पड़ रहा है। रविवार को लंबी दूरी की ट्रेनें अपने निर्धारित समय से काफी देरी से चल रही थी। आगरा इंटरसिटी, तूफान एक्सप्रेस, झेलम, महाकौशल, स्वर्ण मंदिर, कोसी शटल, मथुरा शटल भी निर्धारित समय से विलंब से चली। ठीक इसी तरह सड़क यातायात भी बाधित हुआ। अलग-अलग राज्यों के परिवहन निगमों के विभिन्न डिपुओं की बसें एक से डेढ़ घंटा देरी से चल रही थी। आगरा को जाने वाली करीब एक दर्जन बसें आधे से एक घंटे देरी से बस स्टॉप पर पहुंची।

-------आज ठंड बहुत है। मुझे आवश्यक कारणों से घर से बाहर निकलना पड़ा। हालांकि मौसम का मिजाज इस बात की इजाजत नहीं देता, पर मैं सर्दी से बचाव के इंतजाम करके ही बाहर निकला हूं।

- महाबीर ¨सह मंगला, एडवोकेट, सुप्रीम कोर्ट

------लगता है कि आज साल का सबसे ठंड दिन रहा है। हम किसान लोग हैं और किसानों के लिए ठंड जितनी जरूरी होती है, उतनी ही खेत में काम करते वक्त तकलीफ देह भी साबित होती है।

- धर्मबीर तेवतिया, जनौली।

chat bot
आपका साथी