मोदी के बहाने सुध तो ली एजुसेट की

By Edited By: Publish:Tue, 02 Sep 2014 06:55 PM (IST) Updated:Tue, 02 Sep 2014 06:55 PM (IST)
मोदी के बहाने सुध तो ली एजुसेट की

सुनील गौड़, फरीदाबाद : जिले के सरकारी प्राइमरी व सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में लगाए गए एजुसेट के उपकरण अरसे से खराब पड़े हैं। स्कूलों के बार-बार कहने पर भी इन्हें ठीक नहीं कराया जा रहा था, लेकिन अब शिक्षक दिवस (5 सितंबर) पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण हर स्कूल में विद्यार्थियों को सुनाने के सरकारी फरमान के बाद एजुसेट उपकरणों को ठीक कराने की जोर-शोर से कवायद शुरू हो गई है।

क्या थी योजना

शिक्षा विभाग ने करीब 7 साल पहले सरकारी स्कूलों में एजुसेट (सेटेलाइट के माध्य से शिक्षा) सिस्टम लगवाए थे। इसमें सेटेलाइट एक केंद्रीय स्टूडियो से विशेषज्ञों के लेक्चर का स्कूलों में सेटेलाइट के माध्यम से लाइव प्रसारण होना था। इनके तहत शिक्षा विभाग के पंचकुला मुख्यालय में अलग विषयों के विशेषज्ञ लेक्चर देने आते हैं और छात्र उन्हें टीवी स्क्रीन पर देखकर ज्ञान अर्जित करते हैं। लेकिन ठीक से रख-रखाव के अभाव में जिले के स्कूलों में लगे एजुसेट सिस्टम काफी समय से खराब पड़े है।

एजुसेट का नहीं मिल रहा लाभ

70 फीसद स्कूलों के विद्यार्थियों को एजुसेट का समुचित लाभ नहीं मिल रहा है। सरकार की यह महत्वाकांक्षी योजना है, लेकिन सरकार ने इस सिस्टम की मरम्मत के लिए स्थायी रूप से इंजीनियर फील्ड में नहीं लगाए, जिस कारण डीटीएच व सिस्टम अक्सर खराब रहते हैं। अब शिक्षक दिवस के चलते खराब पड़े एजुसेट ठीक कराए जा रहे हैं।

-चतर सिंह, जिला प्रधान, राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ हरियाणा।

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प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का भाषण विद्यार्थियों को सुनाने के लिए व्यवस्था बनाई जा रही है। जिन स्कूलों के एजुसेट खराब हैं, उन्हें ठीक कराया जा रहा है और जिन स्कूलों में एजुसेट नहीं है, उनमें टेलीविजन सेट लगाए जाएंगे। इस बारे में स्कूल के मुख्य अध्यापकों को निर्देश दिए गए हैं।

- राजीव अरोड़ा, जिला शिक्षा अधिकारी।

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