टिकट की टिकटिक : पुरुषोत्तम डागर होंगे आप में शामिल

By Edited By: Publish:Tue, 11 Mar 2014 01:06 AM (IST) Updated:Tue, 11 Mar 2014 01:07 AM (IST)
टिकट की टिकटिक : पुरुषोत्तम डागर होंगे आप में शामिल

मुख्य संवाददाता, फरीदाबाद : लोकसभा चुनाव में गांव झाड़सेंतली के मेकेनिकल इंजीनियर पुरुषोत्तम डागर आम आदमी पार्टी के योद्धा होंगे। पार्टी की टिकट के लिए यूं तो करीब 400 लोगों ने आवेदन किया था, इसमें ज्यादातर डॉक्टर, वकील, इंजीनियर, पत्रकारों सहित उद्यमी और व्यापारी थे। पार्टी की जिला इकाई ने 400 में से 60 उम्मीदवारों के नाम शॉर्टलिस्ट कर केंद्रीय कार्यालय भेजे थे। इनमें से भी पिछले दिनों एक पत्रकार सहित दो ही नामों पर विचार किया जा रहा था।

पुरुषोत्तम डागर की टिकट में पार्टी की जिला इकाई की अहम भूमिका है। सूत्र बताते हैं कि जिला इकाई ने डागर को लोकसभा क्षेत्र में जातीय समीकरणों के अनुकूल उम्मीदवार मानते हुए अपनी रिपोर्ट केंद्रीय कार्यालय को दी थी। किसी बाहर के उम्मीदवार को टिकट देने का पार्टी की जिला इकाई ने खुलेआम विरोध किया था।

यूं तो पुरुषोत्तम डागर का परिवार पुराना कांग्रेस से जुड़ा रहा है मगर परिवार की नई पीढ़ी का नजरिया अलग है। पुरुषोत्तम के ताऊ भरत लाल डागर हरियाणा किसान कांग्रेस प्रदेश संयोजक रहे। इसके अलावा भरत लाल ऑल इंडिया जाट सभा के कार्यकारी अध्यक्ष भी रहे चुके हैं। उनके परिवार से एक भाई जगन डागर बहुजन समाज पार्टी से पार्षद बनकर अब आम आदमी पार्टी में शामिल हो चुका है। डागर के अलावा अब तक इस लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस अवतार भड़ाना और बहुजन समाज पार्टी राजेंद्र शर्मा को टिकट दे चुकी है।

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राजनीतिक महत्वाकांक्षियों का गांव है झाड़सेंतली

बल्लभगढ़ से महज पांच किलोमीटर दूर राष्ट्रीय राजमार्ग से लगता झाड़सेंतली राजनीतिक महत्वाकांक्षियों का गांव है। यहां नई पुरानी लगभग सभी पार्टियों के नेता अपने-अपने दलों में खूब सक्रिय रहे हैं। यह अलग बात है कि यहां से कोई नेता विधायक या सांसद नहीं बना जबकि इनेलो ने तो इस गांव के एक नेता तेजपाल डागर को एनआइटी विधानसभा क्षेत्र से पिछली बार ही उम्मीदवार भी बनाया था। यहां के संजय डागर पलवल से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं, मगर उन्हें भी सफलता नहीं मिली।

यहां से यूं तो भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष यशवीर डागर भी भाजपा से लोकसभा की टिकट मांग रहे हैं मगर पार्टी ने अभी तक कोई फैसला नहीं किया है। यशवीर जाटों की पालों में प्रमुख डागर पाल के नाते ही पार्टी से टिकट मांग रहे हैं। भाजपा ने पिछले पांच चुनाव में जाट उम्मीदवार के रूप में रामचंद्र बैंदा को टिकट दी थी। बैंदा की गांव झाड़सेंतली में रिश्तेदारी है।

पूर्व उपप्रधानमंत्री ताऊ देवीलाल तो चुनाव प्रचार के दौरान अक्सर इस गांव में नुक्कड़ सभा संबोधित करते थे। 1986-87 के न्याय युद्ध में भी गांव झाड़सेंतली के ग्रामीणों ने बड़ी सक्रिय भूमिका निभाई थी। पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला का भी यहां के कई ग्रामीणों से व्यक्गित लगाव भी रहा। 1987 में लोकदल की सरकार बनने पर यहां के नेतराम डागर पार्टी के जिलाध्यक्ष रहे और उनका शासन-प्रशासन में खूब दबदबा रहा। चौटाला के प्रति समर्पित चोटी-टोपी व धोती वालों में नेतराम डागर की गिनती होती थी। यहां से कांग्रेस के सत्यवीर डागर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य व जिला उपाध्यक्ष हैं। मुकेश डागर भी प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य हैं। हेम डागर कई सरकारी समिति के गैर सरकारी सदस्य हैं। डालचंद डागर बल्लभगढ़ मार्केट कमेटी के पूर्व चेयरमैन रह चुके हैं और मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नजदीक हैं। इनेलो में तेजपाल डागर एनआइटी विधानसभा क्षेत्र के शहरी अध्यक्ष हैं और केसर डागर इनेलो के खेल प्रकोष्ठ के अध्यक्ष हैं।

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