बेटियों ने बचाई लाज, नंबर रहा 19वां

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की ओर से तीन पूर्व घोषित किए गए 1

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 May 2018 07:12 PM (IST) Updated:Mon, 21 May 2018 07:12 PM (IST)
बेटियों ने बचाई लाज, नंबर रहा 19वां
बेटियों ने बचाई लाज, नंबर रहा 19वां

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद : हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की ओर से तीन पूर्व घोषित किए गए 12वीं कक्षा के परिणाम से उम्मीद जगी थी कि दसवीं कक्षा के परिणाम में भी सुधार आएगा। लेकिन सोमवार बोर्ड की ओर से जारी किए गए दसवीं कक्षा के परिणाम ने उम्मीद पर पानी फेर निराश किया। जिले का दसवीं कक्षा के परिणाम 42.63 फीसदी रहा है, जबकि पिछली बार 38.60 फीसद था। एक मात्र संतोष की बात यह रही कि पिछले साल की तुलना में इस बार औद्योगिक नगरी 21वें से 19वें पायदान पर आया है यानी दो स्थान का उछाल।

दसवीं बोर्ड की परीक्षा में जिले से 22641 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। इनमें से 9651 परीक्षार्थियों को ही कामयाबी मिली है, जबकि 12990 परीक्षार्थियों को असफलता हाथ लगी है। बेटियों ने स्थिति सुधारी

फरीदाबाद का जो ओवर आल परिणाम में 4.03 फीसद का सुधार आया है और दो स्थानों की प्रगति की है, उसमें बेटियों ने अपना भरपूर योगदान दिया है। कुल 22641 में से 12413 लड़के परीक्षा में शामिल हुए थे। इनमें से 4811 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए। वहीं दूसरी ओर 10228 लड़कियों में से 4840 लड़कियां सफल रही। लड़कियों का पास फीसद लड़कों से ज्यादा है, जो 47.32 फीसद है, जबकि लड़के 38.76 फीसद पास हुए।

बता दें कि शुक्रवार को घोषित 12वीं के परीक्षा परिणाम में जिले के 57.41 फीसद बच्चे पास हुए थे और स्थान 16वां रहा था, जबकि गत वर्ष 47.86 फीसद बच्चे उत्तीर्ण हुए थे। इसे देखते हुए दसवीं में भी बेहतर होने की आशा जगी थी, पर निराशा हाथ लगी।

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पिछले दो सालों की तुलना में परिणाम में सुधार आया है। आगे उम्मीद रहेगी कि अगले साल इससे बेहतर परिणाम में आएंगे। शिक्षा विभाग कमियों को जानने की कोशिश करेगा और उससे परिणाम में सुधार आएगा।

- सतेंद्र कौर वर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी

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फरीदाबाद शहरी क्षेत्र अधिक है और यहां पर सीबीएसई के स्कूल अधिक है, जबकि हरियाणा बोर्ड के स्कूल कम होते जा रहे हैं। इसके अलावा जो स्कूल है, वहां समुचित मात्रा में संसाधनों, पूरे अध्यापक और बेहतर माहौल का अभाव है। कमियों की तरफ गंभीरता से ध्यान देकर उसे दूर करने पर ही अच्छे परिणाम की आशा की जा सकती है।

-सीबी रावल, चेयरमैन, रावल शिक्षण संस्थान

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पिछले चार वर्ष का परीक्षा परिणाम

वर्ष फीसद प्रदेश में स्थान

2018 42.63 19 वां

2017 38.80 21 वां

2016 34.47 21 वां

2015 37.33 14 वां

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