मां का हृदय संतान के प्रति कठोरता में भी कोमल रहता है : दीक्षित

जागरण संवाददाता, भिवानी : हनुमान जोहड़ी धाम मन्दिर में साप्ताहिक श्रीमद्भागवत कथा के चौथे ि

By JagranEdited By: Publish:Sun, 07 Oct 2018 01:19 AM (IST) Updated:Sun, 07 Oct 2018 01:19 AM (IST)
मां का हृदय संतान के प्रति कठोरता में भी कोमल रहता है : दीक्षित
मां का हृदय संतान के प्रति कठोरता में भी कोमल रहता है : दीक्षित

जागरण संवाददाता, भिवानी : हनुमान जोहड़ी धाम मन्दिर में साप्ताहिक श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन भगवान श्रीकृष्ण और बलराम के नामकरण पर प्रकाश डाला। कथा में दीप पूजन शिक्षाविद संजय गोयल व उनकी धर्मपत्नी सीमा गोयल ने किया। कथा आचार्य गौरव दीक्षित राधे-राधे महाराज वृंदावन वाले ने भगवान के जन्मोत्सव के बाद नामकरण संस्कार पर कहा कि बच्चे का नामकरण संस्कारों और हमारी संस्कृति के प्रति होने चाहिए। उन्होंने कहा कि आज के समय बच्चों का नामकरण कर लेते हैं पर उन्हें संस्कार देना भूल जाते हैं। यही लापरवाही हैं जिससे बच्चा अपने माता-पिता से दूर भागता है और नशे जैसी बुराइयों में संलिप्त हो जाता है। बच्चे के बचपन में हम निरंतर संस्कृति और हमारे संस्कारों को जोड़ दे तो देश मे दहेज प्रथा, घरेलू ¨हसा, बेटियों के साथ दुष्कर्म, आत्महत्या जैसी बुराइयों को खत्म किया जा सकता है।

महंत चरणदास महाराज ने नामकरण संस्कार पर कहा कि हम संस्कृति और संस्कारों से दूर भाग रहे हैं। हमारे संस्कार खत्म हो रहे हैं और न ही हमारी संस्कृति सुरक्षित है। हमें फिर से अपनी संस्कृति की तरफ चलना होगा। इस अवसर पर शिक्षाविद संजय गोयल, सीमा गोयल, बीटीएम से तेजबीर ¨सह, ध्यानदास महाराज, मातुनाथ, विजय सैन, सुरेन्द्र लोहिया, शिवकुमार तिवारी, मास्टर वीर ¨सह, सुभाष, सुशील गुप्ता, कृष्ण कुमार, समाज सेवी रमेश सैनी, सामाजिक कार्यकर्ता अशोक भारद्वाज, कर्मदास, सुखराम दास, महेश,पंकज, स्वास्थ्य कर्मी सावित्री यादव, अंजु शर्मा, मेवा देवी, शान्ति देवी, राजकुमारी, राजो देवी, गुड्डो सुषमा देवी आदि श्रद्धालु कथा में शामिल रहे।

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