मुंढाल चौक का नामकरण : अब हुआ किसान शहीद चौक

आने वाली पीढिय़ों को किसानों के संघर्ष व बलिदान की गाथा बताने के उद्देश्य एवं किसान आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों की याद में गांव मुंढ़ाल चौक का नामकरण किसान शहीदी चौक के रूप में किया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 27 Jan 2022 08:13 PM (IST) Updated:Thu, 27 Jan 2022 08:13 PM (IST)
मुंढाल चौक का नामकरण : अब हुआ किसान शहीद चौक
मुंढाल चौक का नामकरण : अब हुआ किसान शहीद चौक

जागरण संवाददाता, भिवानी : आने वाली पीढिय़ों को किसानों के संघर्ष व बलिदान की गाथा बताने के उद्देश्य एवं किसान आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों की याद में गांव मुंढ़ाल चौक का नामकरण किसान शहीदी चौक के रूप में किया गया है। यहां बुधवार को गणतंत्र दिवस पर्व के अवसर पर हुई पंचायत में यह निर्णय लिया गया। किसान नेता जोगेंद्र तालु ने गांव मुंढ़ाल में आयोजित किसान महापंचायत में अपने संबोधन में कहा आने वाली पीढियों को किसान आंदोलन और इस दौरान शहीद हुए किसानों की याद ताजा कराने के लिए यह नामकरण किया गया है।

महापंचायत की अध्यक्षता किसान नेता राजसिंह धनाना एवं दीना देवी मुंढ़ाल ने की। इस दौरान किसानों ने राष्ट्रीय ध्वज फहराते हुए शहीद किसानों को श्रद्धांजलि दी। महापंचायत को संबोधित करते हुए किसान नेता जोगेंद्र तालु ने कहा कि अपने हकों की लड़ाई लड़ते हुए 26 नवंबर 2020 को गांव मुंढ़ाल में शहीद हुए किसान की याद में मुंढ़ाल चौक का नाम किसान शहीदी चौक रखा गया है। उन्होंने कहा कि इस चौक के बनने के बाद आने वाली पीढिय़ों को किसानों के संघर्ष एवं बलिदान की गाथा के बारे में जानकारी हो सकेंगी कि किस प्रकार से किसानों ने एक वर्ष तक संघर्ष करते हुए सरकार को झुकाने का काम किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की वायदाखिलाफी के विरोध में 31 जनवरी को प्रत्येक जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करते हुए केंद्र सरकार का पुतला फूंका जाएगा। इस अवसर पर जगबीर पूर्व सरपंच मुंढ़ाल, राजकुमार जताई, कुलदीप धनाना, राजबाला धनाना, ममता धनाना, विकास तालु, सुखबीर तालु, कर्मबीर मुंढ़ाल, सुमित मुंढ़ाल, शीलू मुंढ़ाल, प्रदीप तालु, कृष्ण तालु, बिजेंद्र तालु, प्रदीप मुंढ़ाल सहित अनेक किसान मौजूद रहे।

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