खुले में रखे अनाज से नहीं बनेगा मिड डे मील

जागरण संवाददाता भिवानी हैफेड वेयर हाउस और खाद्य और पूर्ति विभाग के अधिकारियों को निद

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Oct 2020 05:19 AM (IST) Updated:Sun, 25 Oct 2020 05:19 AM (IST)
खुले में रखे अनाज से नहीं बनेगा मिड डे मील
खुले में रखे अनाज से नहीं बनेगा मिड डे मील

जागरण संवाददाता, भिवानी: हैफेड, वेयर हाउस और खाद्य और पूर्ति विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्कूलों में मिड-डे मील में खुले मैदान में रखे अनाज की आपूर्ति न की जाए। मिड-डे मील में बच्चों को साफ और गुणवत्ता वाला अनाज दिया जाना चाहिए। इसके साथ अनाज की आपूर्ति के साथ माप तोल के लिए कांटा भी जाएगा, जहां पर स्कूलों में अनाज लेते समय उसका माप किया जा सके।

डीसी लघु सचिवालय स्थित कार्यालय में विद्यार्थियों के लिए लागू मिड-डे मील, पेयजल आपूर्ति और स्वास्थ्य जांच से संबंधित विभागों के अधिकारियों को जरूरी निर्देश दे रहे थे। बैठक में डीसी ने हैफेड, वेयर हाउस, जिला खाद्य और पूर्ति विभाग तथा शिक्षा विभाग के अधिकारियों से मिड-डे मील की आपूर्ति के बारे में विस्तार से जानकारी ली। इस दौरान डीडीईओ राम अवतार शर्मा ने डीसी को बताया कि जिला में 749 स्कूलों के 58 हजार 823 बच्चों को मिड-डे मील दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मिड-डे मील में पहली से पांचवीं कक्षा के बच्चों को 100 ग्राम चावल-गेहूं दोनों प्रतिदिन के हिसाब से और छठी से आठवीं कक्षा के बच्चों को 150 ग्राम चावल-गेहूं दोनों दिए जाते हैं। स्कूलों तक पहुंचे पेयजल

डीसी ने जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि हर स्कूल में पीने के लिए स्वच्छ पेयजल पहुंचना चाहिए। उपजिला शिक्षा अधिकारी ने डीसी को बताया कि जिला में 167 स्कूल ऐसे हैं जहां पर पीने के स्वच्छ पानी का अभाव है। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि स्कूलों में किचन गार्डन बनाए जाएं और उसे भी मिड-डे मील में शामिल कर और अधिक पौष्टिक बनाया जाए।

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