रात भर बेखौफ चलता है हरी लकड़ी का अवैध कारोबार
क्षेत्र में हरी लकड़ी का अवैध कारोबार खूब फलफूल रहा है। इसी
संवाद सूत्र, ढिगावा मंडी : क्षेत्र में हरी लकड़ी का अवैध कारोबार खूब फलफूल रहा है। इसी को जानने के लिए दैनिक जागरण टीम ने रात करीब 11 बजे दिल्ली-पिलानी नेशनल हाईवे 709 पर पहाड़ी बहल मोड़ पर पहुंचती। नेशनल हाईवे 709 पर इक्का-दुक्का वाहन नजर आ रहे हैं। पांच मिनट यहां ठहरने के बाद जागरण टीम अनाज मंडी की तरफ बढ़ जाती है। नेशनल हाईवे पर स्थित चार बैंक और एटीएम पर ताले लटके हुए मिले। वहां पर कोई चौकीदार तक नजर नहीं आया। बैंक और एटीएम की सुरक्षा राम भरोसे नजर आई। समय करीब 11:30 बजने को आए। जागरण टीम मोड़ पर पहुंची वहां पर चाय की दुकान पर कुछ लोग चाय की चुस्की ले रहे थे। लग रहा था कि उनमें से ज्यादातर ट्रक ड्राइवर, उनके सहायक और उनमें से तीन चार स्थानीय भी लोग थे।
जैसे-जैसे ही समय की सुई 12 से ऊपर बढ़ी तो नेशनल हाईवे 709 पर चहल-पहल बढ़ गई। धीरे-धीरे वाहनों की संख्या बढ़ने लगी। पिकअप वाहनों और टाटा हरी लकड़ियों से भरे हुए दौड़ते हुए नजर आए। पूछने पर लोगों ने बताया कि सीमावर्ती राज्य राजस्थान के कच्चे पक्के रास्तों के सहारे क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में हरि लकड़ी की तस्करी की जा रही है। तथा वन विभाग व प्रशासन सब कुछ जानते हुए भी अनजान बना हुआ है।
आधी रात होते ही कच्चे-पक्के विभिन्न मार्गों से ट्रैक्टर ट्राली, पिकअप वाहनों में लदी हरी लकड़ी की तस्करी का खेल शुरू हो जाता है। पूरी रात सुबह 6 बजे तक धड़ल्ले से बिना किसी रोक-टोक के चलता है। लकड़ी की तस्करी के माध्यम से इस कारोबार से जुड़े लोग न केवल प्राकृतिक संपदा को नुकसान पहुंचा रहे हैं बल्कि सरकारी राजस्व की भी हानि हो रही है। प्रतिदिन लकड़ी की तस्करी धड़ल्ले से की जा रही है। यह लकड़ी लोहारू से होते हुए क्षेत्र के सिघानी व ढिगावा की आरा मशीनों तक पहुंचाई जाती है। लगातार की जा रही है कार्रवाई : रेंज आफिसर
रेंज आफिसर ओमप्रकाश पिलानिया से भी इस बारे में संपर्क साधा गया तो उनका कहना था कि राजस्थान से आ रही हरि लकड़ियों को पकड़ने के लिए हमारी टीम द्वारा लगातार पेट्रोलिग की जा रही है। कुछ दिन पहले सीएम फ्लाइंग ने भी छापेमारी की थी। कई आरा मशीनों को सील भी किया गया है। लकड़ी की तस्करी पर रोक लगाने के लिए और भी ज्यादा वन विभाग की टीमें बनाई जाएंगी ताकि इस तस्करी को रोका जा सके।