HBSE Open Result: हरियाणा बोर्ड की 10वीं और 12वीं की ओपन परीक्षाओं का रिजल्ट हुआ घोषित, ऐसे करें चेक
बोर्ड चेयरमैन एवं सचिव ने बताया कि ओपन की 10वीं की परीक्षा का परिणाम 17.36 फीसदी और 12वीं की परीक्षा का परिणाम 21.65 फीसदी रहा। 10 हजार 387 परीक्षार्थियों ने 10वीं की परीक्षा दी थी जिसमें से एक हजार 803 परीक्षार्थी पास हुए।
भिवानी, जागरण संवाददाता। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने 10वीं और 12वीं कक्षा की ओपन परीक्षाओं का परिणाम घोषित कर दिया है। नियमित ओपन की 10वीं कक्षा की परीक्षा का परिणाम 17.36 तो 12वीं कक्षा का परिणाम 21.65 प्रतिशत रहा। इन परीक्षाओं का परिणाम हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की वेबसाइट www.bseh.org.in पर इन पर देख सकते हैं। परीक्षा परिणाम की जानकारी हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डॉ. वीपी यादव एवं सचिव कृष्ण कुमार ने शुक्रवार को बोर्ड परिसर में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान दी।
बोर्ड चेयरमैन एवं सचिव ने बताया कि ओपन की 10वीं की परीक्षा का परिणाम 17.36 फीसदी और 12वीं की परीक्षा का परिणाम 21.65 फीसदी रहा। 10 हजार 387 परीक्षार्थियों ने 10वीं की परीक्षा दी थी, जिसमें से एक हजार 803 परीक्षार्थी पास हुए। उन्होंने बताया कि 10वीं की परीक्षा में छह हजार 252 छात्रों में से एक हजार 97 पास हुए, जिनकी पास प्रतिशतता 17.55 रही है। वहीं चार हजार 134 छात्राओं में से 706 पास हुई, जिनकी पास प्रतिशतता 17.08 रही है।
ग्रामीण और शहरी इलाकों में कैसा रहा परिणाम
उन्होंने कहा कि 10वीं की ओपन परीक्षा में ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों की पास प्रतिशतता 20.01 रही है, जबकि शहरी क्षेत्र के विद्यार्थियों की पास प्रतिशतता 12.17 रही है। उन्होंने बताया कि 20 हजार 324 परीक्षार्थियों ने ओपन की 12वीं की परीक्षा दी थी, जिसमें से 4,400 परीक्षार्थी पास हुए।
उन्होंने बताया कि इस परीक्षा में 12 हजार 408 छात्रों में से 2 हजार 289 पास हुए, जिनकी पास प्रतिशतता 18.45 रही है। जबकि 7 हजार 916 छात्राओं में से 2 हजार 111 पास हुई, जिनकी पास प्रतिशतता 26.67 रही है। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों की पास प्रतिशतता 21.60 रही है, जबकि शहरी क्षेत्र के विद्यार्थियों की पास प्रतिशतता 21.74 रही है।
चेयरमैन ने बताया कि ओपन स्कूलों के परिणाम को बेहतर बनाने के लिए जिला व खंड स्तर पर नेशनल इंस्ट्टीयूट आफ ओपन स्कूलिंग की तर्ज पर स्टडी सेंटर बनाए जाएंगे। जल्द ही इस पायलेट प्रोजेक्ट को सिरे चढ़ाकर मुक्त विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को सुविधा दी जाएगी, ताकि वे अपनी बोर्ड की परीक्षाओं की तैयारी बेहतर कर पाएं।