भूजल संरक्षण जागरूकता शिविर आयोजित, वर्षा जल संचय करने का किया आग्रह

संवाद सहयोगी बाढड़ा सिचाई एवं जल संसाधन विभाग के तत्वावधान में गांव चांदवास के राजकीय वरि

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 Aug 2022 05:59 PM (IST) Updated:Thu, 25 Aug 2022 05:59 PM (IST)
भूजल संरक्षण जागरूकता शिविर आयोजित, वर्षा जल संचय करने का किया आग्रह
भूजल संरक्षण जागरूकता शिविर आयोजित, वर्षा जल संचय करने का किया आग्रह

संवाद सहयोगी, बाढड़ा : सिचाई एवं जल संसाधन विभाग के तत्वावधान में गांव चांदवास के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में भूजल संरक्षण जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। जल संरक्षण कार्यक्रम के सचेतक खुर्शीद अहमद ने कहा कि पानी आदमी की पहली जरूरत है। जीवन जीने के लिए जल हमारे मूलभूत आधार तत्वों में शामिल है। पानी के मुख्य स्त्रोत में से एक जमीन के नीचे पानी का भंडार है। इस भूजल का अत्यधिक दोहन होने से जलस्तर लगातार घटता जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिन इलाकों में पानी की कमी है, वहां जल प्रबंधन के कार्य में सामुदायिक भागीदारी का होना बहुत जरूरी है। उन्होंने बताया कि खंड बाढड़़ा को अटल भूजल योजना में शामिल किया गया है, जिसमें 49 ग्राम पंचायत शामिल हैं। प्रत्येक गांव के स्कूल में वर्षा मापी यंत्र लगाया गया है, जिससे बारिश का मूल्यांकन किया जाएगा। खुर्शीद अहमद ने बताया कि जल सुरक्षा योजना को सफल बनाने के लिए हर एक ग्रामवासी पानी का प्रयोग जरूरत के मुताबिक ही करे। अपने दैनिक व्यवहार में परिवर्तन लाते हुए भूजल की उपयोगिता को समझे और उसे बेकार ना बहाए। उन्होंने कहा कि अटल भूजल योजना का मकसद यही है कि पानी के संसाधनों में विस्तार किया जाए और सदुपयोग पर जोर दिया जाए। भारत एक कृषि प्रधान देश है तथा 80 प्रतिशत लोग खेती पर निर्भर है। खेती में पानी की लागत सबसे ज्यादा है। किसानों को पानी की बचत करने के लिए मिनी स्प्रिंकलर अथवा टपका सिचाई विधि को अपनाना चाहिए। मुख्याध्यापक बिशम्भर ने बताया कि तालाबों का पुनर्निर्माण और बारिश के पानी का भंडारण करके जलस्तर को बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने बच्चों को पानी की एक-एक बूंद को बचाने की शपथ दिलवाई। इस मौके पर तेजवीर, भूजल विशेषज्ञ देशराज, संदीप, जगदीश, संजय, रमेश, पवन मौजूद रहे।

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