11 साल से ढाणा जोगी की एससी, बीसी चौपाल में 3-3 फीट दूषित पानी

एक दो दिन की बात नहीं है बल्कि 12 साल से लाखों की कीमत से तैयार

By JagranEdited By: Publish:Fri, 11 Jan 2019 07:49 AM (IST) Updated:Fri, 11 Jan 2019 07:49 AM (IST)
11 साल से ढाणा जोगी की एससी, बीसी चौपाल में 3-3 फीट दूषित पानी
11 साल से ढाणा जोगी की एससी, बीसी चौपाल में 3-3 फीट दूषित पानी

संवाद सूत्र, ढिगावा मंडी : एक दो दिन की बात नहीं है बल्कि 12 साल से लाखों की कीमत से तैयार अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग की चौपाल गांव के दूषित पानी में डूबी है। ढाणा जोगी गांव में ये हालात बने हैं। इसे पंचायतों की अनदेखी कहें या कुछ और लेकिन सच्चाई है कि इस समस्या के समाधान अब तक नहीं हुआ है।

ग्रामीणों के अनुसार ढिगावा के गांव ढाणा जोगी में जैसे ही आप प्रवेश करेंगे आपका स्वागत चौपाल में जमा दूषित पानी से होगा। ग्रामीणों का कहना है कि ये चौपाल करीब 12 साल पहले बनाई गई थी। इनके बनने के करीब एक साल बाद ही इनमें गांव का दूषित पानी जाने लगा था। इसके बाद से पंचायतों ने इनकी सुध नहीं ली। न ही किसी समाजसेवी ने इस तरफ ध्यान दिया। अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग के लोगों ने भी इस तरफ कभी ध्यान नहीं दिया। बाबा केशवनाथ डेरे में आने वाले भक्तों के लिए बनी मुसीबत ग्रामीण नरेश, सुरेंद्र, प्रीतम, मंजीत, सुरेश, सोनू, मोहित, सिलोचना, सजना, निर्मला, लखपति आदि ने बताया कि गांव में बाबा केशव नाथ महाराज का डेरा है। जहां बाबा के भक्त दूर-दूर से माथा टेकने के लिए आते हैं। उन्हें और गांव वालों को गंदे पानी की बदबू से पिछले 11 साल से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मैं तो चार साल पहले ही सरपंच बना हूं। दोनों चौपालों में दूषित पानी तो कई सालों से भरा हुआ है। सरकार पैसा देगी तो पानी निकलेगा अगर पैसा नहीं देती है तो पानी कैसे निकलेगा। सरकार को ऐस्टीमेट भेज रखा है। ग्रांट मिलने के बाद दोनों चौपालों का दूषित पानी निकलवा जाएगा। गांव में सार्वजनिक शौचालय का भी निर्माण कराया जाएगा।

जयभगवान, सरपंच, ढाणा जोगी।

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