जिला के 100 गांवों में प्रति गांव के 200 पशुओं का पांच रुपये में होगा कृत्रिम गर्भाधान
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जागरण संवाददाता, भिवानी : नेशनवाइड आर्टिफिसियल इनसेमेनिनेशन स्कीम यानि श्यामा प्रसाद मुखर्जी राष्ट्रीय स्कीम के तहत कृत्रिम गर्भाधान के लिए प्रदेश के पांच जिलों में प्रत्येक जिला के 100-100 गांव चिह्नित किए गए हैं। इन गांवों में प्रत्येक में 200 पशुओं का कृत्रिम गर्भाधान किया जाएगा। इन चिह्नित गांवों में कृत्रिम गर्भाधान के लिए पशुपालकों से 30 रुपये की बजाय मात्र पांच रुपये लिए जाएंगे। इस दौरान पशुपालकों का मोबाइल नंबर फीड किया जाएगा।
पशुपालन विभाग ने पशुओं की पहचान के लिए स्पेशल मुहिम चलाने का निर्णय लिया है। इसके तहत प्रदेश के पांच जिलों को चिह्नित किया गया है। इनमें भिवानी, सोनीपत, दादरी, पंचकूला और पलवल शामिल हैं। इन पांच जिलों के 100-100 गांवों में पहुंच कर विभाग की टीम कृत्रिम गर्भाधारण के लिए अभियान चलाएगी। हर गांव में 200 पशुओं का किया जाएगा कृत्रिम गर्भाधान
पशुपालन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि चयनित किए गए पांच जिलों के 100-100 गांवों में 200 पशुओं का कृत्रिम गर्भाधान कराया जाएगा। पशुपालकों से इसके बदले पांच रुपये लिए जाएंगे। इसके लिए पशुपालक को अपने पशु को टैग लगावाना होगा। पशुओं की पहचान के लिए यह जरूरी है। इसके अलावा चिह्नित किए गए गांवों के अलावा दूसरे गांवों में पहले से निर्धारित 30 रुपये ही कृत्रिम गर्भान के लिए जाएंगे।
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पशुओं की पहचान के लिए यह अच्छी स्कीम है। भिवानी जिला के चयनित किए गए 100 गांवों में प्रत्येक गांव के 200 पशुओं का कृत्रिम गर्भाधान कराया जाएगा। उन पशुओं को टैग लगाए जाएंगे ताकि उनकी पहचान बनी रहे। पशुपालकों को चाहिए कि वे इस स्कीम का लाभ उठाएं।
जयसिंह, उप निदेशक,
पशुपालन विभाग भिवानी।