रोडवेज हड़ताल के दौरान लगे चालकों में हटाए जाने पर गुस्सा, नारेबाजी
रोडवेज हड़ताल के दौरान भिवानी डिपो में लगे चालकों को हटाए जा
जागरण संवाददाता, भिवानी : रोडवेज हड़ताल के दौरान भिवानी डिपो में लगे चालकों को हटाए जाने पर गुस्सा फूट पड़ा। हटाए गए चालकों ने जिला मुख्यालय पहुंच कर सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और उपायुक्त के माध्यम मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भेजा। नारेबाजी कर रहे चालकों ने कहा कि उनको जल्द वापस नौकरी पर नहीं लिया तो वे अदालत की शरण लेने के लिए बाध्य होंगे।
मंगलवार को हड़ताल के दौरान नौकरी पर लगे और अब हटाए गए चालक नरेश, जयबीर, सुरेश, बिजेंद्र, सुनील ने कहा कि रोडवेज हड़ताल के दौरान सरकार ने ड्राईवरों की भर्ती की थी। जैसे ही हड़ताल समाप्त हो गई उन्हें भी नौकरी से निकालकर बाहर का रास्ता दिखा दिया। ऐसे में हम ड्राईवरों के सामने कोई रास्ता नहीं बचा है। हम रोजगार छोड़ कर इस उम्मीद में आए थे कि रोडवेज की नौकरी हमारी उससे बेहतर रहेगी। लेकिन अब उनके सामने भुखमरी के हालात बन गए हैं।
कुछ ड्राईवरों ने कहा कि वे निजी स्कूलों में बच्चों को लाने व ले जाने का काम करते थे लेकिन जैसे ही सरकार ने रोडवेज में ड्राईवरों की भर्ती निकाली तो उन्हें आस बंध गई कि अब उनके दिन भी फिरेंगे, लेकिन सरकार ने मात्र उनको दस दिन ही काम पर रखा और उनका मेहनताना भी नहीं दिया। सरकार ने भर्ती प्रक्रिया के वहीं मापदंड अपनाए थे जो पक्की भर्तियों में अपनाते हैं। ऐसे में उनको बाहर का रास्ता दिखाना गलत है। ऐसे में सरकार ने उनके साथ छलावा किया है।
चालकों ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि सरकार उनको रोजगार दे अन्यथा वे आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। जल्द ही सभी बस ड्राईवर न्यायालय की शरण भी लेंगे। इस अवसर पर सतीश, अमित, सुधीर, स्वराज, प्रहलाद, संदीप, मोहन, प्रदीप, नरेश, अमित, सुनील, जयदीप, मोहन, नरेश, सुरेश, ईश्वर, अजीत, सुनील, सीराजू सहित बड़ी संख्या में ड्राईवर उपस्थित थे।