नियम 134ए के विरोध में बंद रहे सभी निजी स्कूल

जागरण संवाददाता चरखी दादरी : नियम 134ए के विरोध में निजी स्कूल एसोसिएशन के आह्वान पर शि

By JagranEdited By: Publish:Sat, 07 Apr 2018 11:49 PM (IST) Updated:Sat, 07 Apr 2018 11:49 PM (IST)
नियम 134ए के विरोध में बंद रहे सभी निजी स्कूल
नियम 134ए के विरोध में बंद रहे सभी निजी स्कूल

जागरण संवाददाता चरखी दादरी :

नियम 134ए के विरोध में निजी स्कूल एसोसिएशन के आह्वान पर शनिवार को दादरी जिले के 169 निजी स्कूल बंद रहे। एसोसिएशन के दादरी जिला प्रधान सुरेश सांगवान के नेतृत्व में स्कूल संचालकों ने दिल्ली में आयोजित रोष सभा में भाग लिया। स्कूल संचालकों के जत्थे के साथ रवाना होते प्रधान सुरेश सांगवान ने कहा कि सरकार द्वारा 134ए के तहत किए गए दाखिलों की फीस निजी स्कूलों को समय पर नहीं दी जा रही है। जिसे लेकर कई बार सरकार से बातचीत की जा चुकी है। स्कूल बसों के सीट टैक्स व परमिट टैक्स में बढ़ोतरी की गई है। जिसका सीधा असर अभिभावकों पर पड़ रहा है। स्कूल को मान्यता देने के नियम लगातार सख्त किए जा रहे हैं। जिससे प्राइवेट स्कूल संचालकों में सरकार के प्रति भारी रोष है। जिसको लेकर शनिवार को राष्ट्रव्यापी हड़ताल के चलते दादरी जिला स्थित निजी स्कूल बंद रहे। अगर सरकार ने फिर भी उनकी मांगों को पूरा नहीं किया तो निजी स्कूल इस बार 134ए के तहत दाखिले नहीं करेंगे। प्राइवेट स्कूल संघ के आह्वान पर दादरी जिले के सभी निजी स्कूलों में छुट्टी की गई।

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ये मांगे हैं स्कूलों की

स्कूल संचालकों ने बताया गया कि नियम 134-ए केवल हरियाणा में लागू है, सरकार को इस कानून को बदल कर आरटीई एक्ट लागू करना चाहिए, जो देश के दूसरे सभी प्रदेशों में है। स्कूल यातायात की बढ़ी हुई परमिट फीस वापस ली जाए। स्कूल बसों की समय सीमा 10 वर्ष से वापस 15 साल कर दी जानी चाहिए। इसके लिए किलोमीटर तय किए जाने चाहिए। स्कूल संचालकों की फाइल पुराने नॉर्म के मुताबिक है, उन्हें अविलंब मान्यता प्रदान की जानी चाहिए।

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ये थे उपस्थित

शनिवार को दिल्ली रवाना होने से पहले निजी स्कूल एसोसिएशन के संरक्षक प्रीतम फौगाट, कोषाध्यक्ष विक्रम फौगाट, दादरी ब्लाक सचिव इंद्रजीत फौगाट संजय कुमार, जय¨सह फौगाट, नर¨सह चाहर, नवीन श्योराण, राजपाल फौगाट, रामकिशन, अशोक सांगवान, मुकेशकुमार, सविता देवी, मुन्ना लाल गुप्ता, बलजीत ¨सह, राजकुमार, इंद्रजीत¨सह, कपिल जैन, मंजीत कुमार, पवन वशिष्ठ इत्यादि ने भी प्रदेश के निजी स्कूलों को लेकर सरकार की शिक्षा नीतियों पर रोष जताया।

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