आसौदा में गैंगवार में हुई थी युवक की हत्या, अब तक चार जिदगी चढ़ चुकी भेंट

आसौदा गांव में शुक्रवार रात दो युवकों पर हुई अंधाधुंध फायरिग में एक की मौत और दूसरे के जख्मी होने का मामला गैंगवार से जुड़ा है। गांव के ही दो पक्षों के बीच पांच साल से चल रही गैंगवार में यह चौथी हत्या है। दोनों पक्षों से अभी तक दो-दो लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 02 Aug 2020 07:00 AM (IST) Updated:Sun, 02 Aug 2020 07:00 AM (IST)
आसौदा में गैंगवार में हुई थी युवक की हत्या, अब तक चार जिदगी चढ़ चुकी भेंट
आसौदा में गैंगवार में हुई थी युवक की हत्या, अब तक चार जिदगी चढ़ चुकी भेंट

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : आसौदा गांव में शुक्रवार रात दो युवकों पर हुई अंधाधुंध फायरिग में एक की मौत और दूसरे के जख्मी होने का मामला गैंगवार से जुड़ा है। गांव के ही दो पक्षों के बीच पांच साल से चल रही गैंगवार में यह चौथी हत्या है। दोनों पक्षों से अभी तक दो-दो लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। शुक्रवार को हुई वारदात को लेकर कई लोगों के खिलाफ नामजद केस दर्ज किया गया है।

पुलिस ने बताया कि मृतक रवींद्र उर्फ धौला शुक्रवार रात करीब साढे़ नौ बजे अपने घर के पास दोस्त गुलाब के साथ मौजूद था। पास में ही रवींद्र का पिता चांदराम भी था। इसी बीच दो बाइकों पर छह हमलावर आए और रवींद्र पर गोलियां बरसा दीं। एक गोली गुलाब को भी लगी। मगर उसने भागकर जान बचा ली। जबकि रवींद्र को हमलावरों ने गोलियों से छलनी कर दिया। दोनों को ब्रह्मशक्ति अस्पताल में लाया गया। यहां रवींद्र को मृत घोषित कर दिया गया। गुलाब की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। छह पर केस दर्ज, चार नामजद

पुलिस ने बताया कि आसौदा टोडराण के रहने वाले सुरेश, उसके पुत्रों सचिन और विकास तथा सचिन के दोस्त मिथुन उर्फ बिहारी के अलावा दो अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया है। आरोप है कि ये सभी दो बाइकों पर आए और वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए। अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। यह थी वजह

पुलिस ने बताया है कि गांव में सुरेश व सुभाष पक्ष के बीच 2015 से गैंगवार चल रही है। मारपीट के मामले से गैंगवार शुरू हुई। पहले सुभाष पक्ष के लोगों ने सुरेश पक्ष के एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी थी। फिर सुभाष पक्ष के ही लोगों ने सुरेश पर भी जानलेवा हमला किया था। वह हत्या के मामले में गवाह था। इसके बाद सुरेश पक्ष के लोगों ने बदला लेने के लिए आसौदा रेलवे स्टेशन पर सुभाष पक्ष के एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी थी। पिछले एक साल से यह गैंगवार बढ़ गई है। जुलाई 2019 में ही सुरेश पक्ष पर दो बार जानलेवा हमले हुए। एक बार तो मां-बेटे पर गोलियां बरसाईं, मगर वे बाल-बाल बच गए थे। दूसरी बार घर के सामने बैठे युवक को गोली मारकर जख्मी कर दिया था। उसमें एक पड़ोसी को भी गोली लगी थी। बाद में घायल को अस्पताल ले जाते समय रास्ते में हमलावरों ने गाड़ी को टक्कर मारी थी। ऐन वक्त पर पुलिस पहुंची तो हमलावरों से मुठभेड़ हो गई थी। पुलिस की गोली से एक हमलावर जख्मी भी हो गया था। इसके कुछ दिन बाद सितंबर 2019 में सुरेश पक्ष के ही धर्मेंद्र नामक युवक की हत्या की गई थी। बताया जा रहा है शुक्रवार की रात घर के पास ही मौत के घाट उतारे गए रवींद्र उर्फ धौला की दोस्ती सुभाष के पुत्र मोहित से थी। इसी कारण सुरेश पक्ष के लोग उससे रंजिश रखे हुए थे और ताक में थे। इस गैंगवार में हत्या की यह चौथी वारदात है। जबकि इनसे अलग तीन मामले हत्या की कोशिश के हैं। अंदर फंसी थी गोली, पोस्टमार्टम हुआ लेट

पुलिस ने बताया कि रवींद्र को छह गोलियां लगी थीं। एक गोली सीने में, एक पेट में। एक पैर में और बाकी सिर में लगी थीं। शनिवार को सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम से पहले एक्सरे हुआ तो उसमें एक-दो गोलियां शरीर में फंसी नजर आई। इन्हें निकालने में ही वक्त लगा। इससे पोस्टमार्टम दोपहर एक बजे तक हो पाया। आसौदा के दो गुटों में यह गैंगवार चल रही है। इसमें दोनों तरफ से दो-दो लोगों की हत्या हो चुकी है। हमलावरों की तलाश में दो टीमें भेजी गई हैं। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

सुरेंद्र सिंह, एसएचओ, आसौदा थाना।

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